असम में बाढ़...
नई दिल्ली:
बारिश और बाढ़ ने असम में लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। राज्य के 14 जिले के करीब 12 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। 1200 गांवों में बाढ़ का पानी घुस चुका है। जहां के 20 हजार से अधिक लोग अलग-अलग जगहों पर बने 81 राहत कैंपों में शरण लिए हुए हैं। अगले 24 घंटे भी राज्य में भारी बारिश का अनुमान है।
बाढ़ और पानी के तेज़ बहाव की चपेट में आने से पिछले हफ़्ते तीन लोगों की राज्य में मौत हो चुकी है जबकि 45 हज़ार हेक्टेयर फसल पूरी तरह से पानी के अंदर डूब गई है। राज्य के अंदरूनी इलाक़ों में सड़के पूरी तरह से तबाह हो गई हैं जिस वजह से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं काज़ीरंगा नेशनल पार्क भी बाढ़ की चपेट में है।
स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक, पार्क का करीब 60 फीसदी हिस्सा पानी में डूबा हुआ है। इसके अलावा 40 फॉरेस्ट रेंजर पोस्ट भी ऐसे हैं, जो कि पानी में डूब गए हैं।
वहीं उत्तरी बंगाल में भी बारिश और बाढ़ परेशानी का सबब बनी हुई है। क्षेत्र में कई इलाके ऐसे हैं जोकि बाढ़ की चपेट में हैं और तकरीबन पांच लाख लोग पीड़ित हैं।
इलाके में बहने वाली मानसी, तोरसा समेत कई नदियां ख़तरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
राज्य सरकार की ओर से 200 राहत शिविर लोगों की मदद के लिए बनाए गए हैं। साथ ही प्रभावित लोगों तक मदद पहुंचाने के लिए सेना की भी मदद ली जा रही है।
वहीं उत्तराखंड में भी लगातार हो रही बारिश से लोगों की परेशानी बढ़ी हुई है। इस बीच प्रशासन ने NDRF के साथ मिल कर लोगों को बाढ़ के हालात में सुरक्षित रहने की ट्रेनिंग दी। यह ट्रेनिंग खटीमा के मेलाघाट इलाके में दी गई। इस दौरान लोगों को बाढ़ जैसे हालात बनने की स्थिति में निकलने और दूसरे लोगों को मदद पहुंचाने के तरीकों के बारे में बताया गया। साथ ही लोगों को फर्स्ट एड की ट्रेनिंग भी दी गई।
बाढ़ और पानी के तेज़ बहाव की चपेट में आने से पिछले हफ़्ते तीन लोगों की राज्य में मौत हो चुकी है जबकि 45 हज़ार हेक्टेयर फसल पूरी तरह से पानी के अंदर डूब गई है। राज्य के अंदरूनी इलाक़ों में सड़के पूरी तरह से तबाह हो गई हैं जिस वजह से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं काज़ीरंगा नेशनल पार्क भी बाढ़ की चपेट में है।
स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक, पार्क का करीब 60 फीसदी हिस्सा पानी में डूबा हुआ है। इसके अलावा 40 फॉरेस्ट रेंजर पोस्ट भी ऐसे हैं, जो कि पानी में डूब गए हैं।
वहीं उत्तरी बंगाल में भी बारिश और बाढ़ परेशानी का सबब बनी हुई है। क्षेत्र में कई इलाके ऐसे हैं जोकि बाढ़ की चपेट में हैं और तकरीबन पांच लाख लोग पीड़ित हैं।
इलाके में बहने वाली मानसी, तोरसा समेत कई नदियां ख़तरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
राज्य सरकार की ओर से 200 राहत शिविर लोगों की मदद के लिए बनाए गए हैं। साथ ही प्रभावित लोगों तक मदद पहुंचाने के लिए सेना की भी मदद ली जा रही है।
वहीं उत्तराखंड में भी लगातार हो रही बारिश से लोगों की परेशानी बढ़ी हुई है। इस बीच प्रशासन ने NDRF के साथ मिल कर लोगों को बाढ़ के हालात में सुरक्षित रहने की ट्रेनिंग दी। यह ट्रेनिंग खटीमा के मेलाघाट इलाके में दी गई। इस दौरान लोगों को बाढ़ जैसे हालात बनने की स्थिति में निकलने और दूसरे लोगों को मदद पहुंचाने के तरीकों के बारे में बताया गया। साथ ही लोगों को फर्स्ट एड की ट्रेनिंग भी दी गई।
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