
भारतीय रेल की फाइल फोटो
नई दिल्ली:
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अश्वनी लोहानी ने कहा कि रेलवे के पास आवागमन का किफायती, सुगम और सुरक्षित जरिया प्रदान करने की क्षमता है लेकिन उसे पूर्ण संभावना की पहचान के लिए‘मानसिकता बदलने’ की जरूरत है . लोहानी ने एक कार्यशाला के दौरान कहा कि हमने 1853 में सबसे पहली ट्रेन का संचालन किया और अगले 25 साल में 1878 तक रेल नेटवर्क से सभी बड़े शहर मुंबई, दिल्ली, कोलकाता और मद्रास जुड़ गए.
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उन्होंने कहा कि आजादी के समय तक हमारे पास 54000 किलोमीटर का नेटवर्क था जबकि उस वक्त हमारे पास बहुत ज्यादा संसाधन अैर प्रौद्योगिकी नहीं थे और इसके बाद पिछले 70 साल में हम महज 12000 किलोमीटर रेल नेटवर्क ही जोड़ पाए. (इनपुट भाषा से)
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उन्होंने कहा कि आजादी के समय तक हमारे पास 54000 किलोमीटर का नेटवर्क था जबकि उस वक्त हमारे पास बहुत ज्यादा संसाधन अैर प्रौद्योगिकी नहीं थे और इसके बाद पिछले 70 साल में हम महज 12000 किलोमीटर रेल नेटवर्क ही जोड़ पाए. (इनपुट भाषा से)
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