हैदराबाद:
अलग तेलंगाना राज्य की मांग को लेकर तेलंगाना ज्वाइंट एक्शन कमेटी के रेल रोको आंदोलन का आज दूसरा दिन है। आंदोलन के पहले दिन कई नेताओं और प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। इस बीच कल देर रात कांग्रेस सांसद राज्जैया को 7 दिन और सांसद पूनम प्रभाकर को 13 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस ने रेल पटरी पर धरना देने की कोशिश कर रहे प्रदर्शनकारियों पर भी सख्ती से कार्रवाई की है, लेकिन कल हिरासत में लिए गए टीआरएस के नेता केटी रामाराव और उनकी बेटी कविता को जमानत मिल गई है। इस बीच, सरकार ने सभी स्कूलों को सोमवार से खोलने का निर्देश दिया है और ऐसा नहीं करने पर उनकी मान्यता रद्द करने की बात कही गई है। राज्य परिवहन की बसें 27 दिन बाद फिर से आज सड़क पर दिख रही हैं, जिससे यात्रियों को थोड़ी राहत मिली है। रेल रोको आंदोलन का असर पूरी तरह साउथ सेंट्रल रेलवे पर दिखाई दे रहा है। 130 से ज्यादा ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है और कई ट्रेनों के रूट बदल दिए गए हैं और इसका असर देशभर में कायले की सप्लाई पर भी पड़ रहा है।