कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के मुजफ्फरनगर के दंगा पीड़ित युवकों से आईएसआई के संपर्क करने संबंधी बयान को लेकर खड़े हुए विवाद की पृष्ठभूमि में देश के प्रमुख मुस्लिम संगठनों ने कहा है कि चुनावी फायदे के लिए पूरे मुस्लिम समुदाय को कठघरे में नहीं खड़ा किया जाए।
जमात-ए-इस्लामी हिंद के सचिव इंजीनियर सलीम ने कहा, ‘राहुल गांधी ने जो बयान दिया है, वह बहुत गैर-जिम्मेदाराना और सारे मुसलमानों को संदेह के घेरे में लाने वाला है। उन्हें इस बयान पर माफी मांगनी चाहिए। हमारी नेताओं से अपील है कि वे चुनावी फायदे के लिए मुस्लिम समुदाय को कठघरे में नहीं खड़ा करें।’
राहुल ने पिछले दिनों इंदौर में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि उन्हें खुफिया ब्यूरो (आईबी) के एक अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई मुजफ्फरनगर दंगे के पीड़ित कुछ युवकों के संपर्क में है।
उनके इस बयान को लेकर भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष उन युवकों के नाम बताएं या फिर माफी मांगे।
इंजीनियर सलीम ने मोदी को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा, ‘अगर वह (मोदी) राहुल से माफी की मांग करते हैं तो इससे पहले उन्हें 2002 के दंगों के लिए खुद माफी मांगनी चाहिए और पीड़ितों को इंसाफ दिलाना चाहिए।’
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