बैंकों की हड़ताल (Bank Strike Day 2) को लेकर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने एक बार फिर मोदी सरकार के खिलाफ हमलावर रुख अख्तियार किया है. ट्विटर के माध्यम से मंगलवार को राहुल गांधी ने मोदी सरकार (Modi Government) की आर्थिक नीतियों पर निशाना निशाना साधते हुए ट्वीट किया, ‘केंद्र सरकार लाभ का निजीकरण और नुकसान का राष्ट्रीयकरण कर रही है. सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंकों को क्रोनी के हाथों में बेचना भारत की वित्तीय सुरक्षा के साथ समझौता होगा.'. राहुल गांधी ने कहा कि बैंककर्मियों की हड़ताल (Rahul Gandhi Supports Banks Strike) में मैं उनके साथ खड़ा हूं. बताते चलें कि आज बैंककर्मियों की हड़ताल का दूसरा दिन है.
Read Also: बैंकों में दो दिन की छुट्टी के बाद दो दिन की हड़ताल : 10 लाख बैंककर्मी शामिल, सेवाएं होंगी बाधित
GOI is privatising profit & nationalising loss.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 16, 2021
Selling PSBs to Modicronies gravely compromises India's financial security.
I stand in solidarity with the striking bank employees.#BankStrike
इससे पहले कांग्रेस ने सार्वजनिक क्षेत्र के दो और बैंकों के प्राइवेटाइजेशन के प्रस्ताव के विरोध में सरकारी बैंकों की हड़ताल का समर्थन किया था. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सरकार बैंकों को बेचकर डिसइंवेस्टमेंट से जुड़े टारगेट को हासिल करना चाहती है. पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा था कि पब्लिक सेक्टर के बैंकों को बेचने की बजाय में उनमें अधिक जवाबदेही सुनिश्चित करने की जरूरत है.
Read Also: पूरे देश में बैंकों की हड़ताल, आर्थिक गतिविधियों पर दिख रहा है असर, 10 प्रमुख बातें
गौरतलब है कि पब्लिक सेक्टर के दो और बैंकों के प्राइवेट किए जाने के प्रस्ताव के विरोध में सरकारी बैंकों की हड़ताल के पहले दिन बैंकिंग कामकाज खासा प्रभावित रहा. हड़ताल के चलते सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में कैश विडॉल, डिपॉजिट, चेक क्लियरिंग और कारोबारी लेनदेन प्रभावित हुआ.आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 9 यूनियनों के संगठन UFBU ने 15 और 16 मार्च को हड़ताल का आह्वान किया था.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं