कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने मोदी सरकार पर एक बार फिर निशाना साधा है. प्रियंका गांधी ने बुधवार को कहा कि अब निवेशक भी मोदी सरकार से दूर होने लगे हैं. उन्होंने इसे लेकर दो ट्वीट भी किया है. उन्होंने अपने पहले ट्वीट में लिखा की चकाचौंध दिखा कर रोज 5 ट्रिलियन-5 ट्रिलियन बोलते रहने या मीडिया की हेडलाइन मैनेज करने से आर्थिक सुधार नहीं होता. विदेशों में प्रायोजित इवेंट करने से निवेशक नहीं आते. निवेशकों का भरोसा डगमगा चुका है. आर्थिक निवेश की जमीन दरक गई है.
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा कि मगर भाजपा सरकार इस सच्चाई को स्वीकर नहीं कर रही है. आर्थिक महाशक्ति बनने की दिशा में मंदी स्पीड ब्रेकर है, इसको सुधारे बिना सब रंग-रोगन बेकार है.
मगर भाजपा सरकार इस सच्चाई को स्वीकार नहीं कर रही। आर्थिक महाशक्ति बनने की दिशा में ये मंदी ‘स्पीड ब्रेकर' है, इसको सुधारे बिना सब रंग-रोगन बेकार है। #मंदीकीमार
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 18, 2019
गौरतलब है कि इससे पहले मंगलवार को उन्होंने (Priyanka Gandhi) कहा था कि भाजपा सरकार सिर्फ अपनी जिम्मेदारी से बचना चाहती है. प्रियंका गांधी ने इसे लेकर एक ट्वीट भी किया था. उन्होंने (Priyanka Gandhi) ट्वीट में लिखा था कि भाजपा सरकार से बस इतना ही कहना है कि आप जो इधर उधर की बात करके कारवां लुट जाने देने की जिम्मेदारी से बचना चाहते हो, यह मुश्किल होगा. लोग देख रहे हैं. एक और कम्पनी पर पड़ी मंदी की मार और लोग होंगे बेरोजगार. प्रियंका गांधी ने अपने ट्वीट के साथ एक खबर की साझा की थी, जिसमें महिंद्रा एंड महिंद्रा के संयंत्र में 17 दिनों तक किसी भी तरह का विनिर्माण नहीं होगा. ऐसे में कई और लोगों की छटनी होने की बात कही गई जा रही थी.
फजीहत के बाद 'नौकरी वाले बयान' से पलटे केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार, अब कही यह बात...
बता दें कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार पर सुस्त अर्थव्यवस्था और बेरोजगारी को लेकर हमला बोला हो. इससे पहले केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार (Santosh Gangwar) के बेरोजगार युवाओं को लेकर दिए गए बयान पर प्रियंका गांधी ने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने कहा था कि मंत्रीजी, 5 साल से ज्यादा आपकी सरकार है. नौकरियां पैदा नहीं हुईं. जो नौकरियां थीं वो सरकार द्वारा लाई आर्थिक मंदी के चलते छिन रही हैं. नौजवान रास्ता देख रहे हैं कि सरकार कुछ अच्छा करे. आप उत्तर भारतीयों का अपमान करके बच निकलना चाहते हैं. ये नहीं चलेगा.हालांकि बयान पर फजीहत के बाद संतोष गंगवार ने सफाई दी है. संतोष गंगवार ने कहा, मैंने जो कहा था उसका अलग संदर्भ था. देश में योग्यता (स्किल) की कमी है और सरकार ने इसके लिए कौशल विकास मंत्रालय भी खोला है. इस मंत्रालय का काम नौकरी के हिसाब से बच्चों को शिक्षित करना है.
केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार का बड़ा बयान, कहा - देश में रोजगार की नहीं, काबिल युवाओं की है कमी
बता दें कि संतोष गंगवार ने शनिवार को बरेली में संवाददाताओं से बातचीत में कहा था, 'देश में रोजगार की कमी नहीं है लेकिन उत्तर भारत में जो रिक्रूटमेंट करने आते हैं, इस बात का सवाल करते हैं कि जिस पद के लिए हम (कर्मचारी) रख रहे हैं उसकी क्वालिटी का व्यक्ति हमें कम मिलता है.' उन्होंने कहा था कि आजकल अखबारों में रोजगार की बात आ रही है. हम इसी मंत्रालय को देखने का काम करते हैं और रोज ही इसी का मंथन करने का काम करते हैं. बात हमारे समझ में आ गई है. रोजगार दफ्तर के अलावा भी हमारा मंत्रालय इसको मॉनिटर कर रहा है.'
VIDEO: केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने कहा- देश में रोजगार की नहीं, युवाओं में योग्यता की कमी
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