राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के पुत्र और सांसद अभिजीत मुखर्जी (फाइल फोटो)
वर्धमान:
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के पुत्र और सांसद अभिजीत मुखर्जी ने वर्धमान जिले में एक दुर्घटना पीड़ित को अस्पताल पहुंचाने में मदद की और बाद में उसे दूसरे अस्पताल में तुरंत स्थानांतरित करने की व्यवस्था भी की।
जिले के अधिकारियों ने बताया कि अधेड़ उम्र की महिला सुमिता पॉल अपने बेटे की मोटरसाइकिल पर पीछे बैठकर वर्धमान शहर से गुस्करा में एक मंदिर का दर्शन करने जा रही थीं, जब मोटरसाइकिल ने एक मिट्टी के टीले को टक्कर मार दी और वह ओरेग्राम के नजदीक एक स्थान पर गिर गईं। उन्होंने बताया कि महिला ने कोई हेलमेट नहीं पहन रखा था। पॉल अचेत थीं और उनके सिर से खून निकल रहा था। उनका बेटा बेसुध था और जगह लगभग सुनसान थी।
मुर्शिदाबाद जिले में जंगीपुर से सांसद मुखर्जी उसी वक्त सड़क से गुजर रहे थे और उन्होंने पॉल और उनके बेटे को देखा। अधिकारियों ने बताया कि वह अपनी कार में पॉल को गुस्करा अस्पताल ले गए। चूंकि उनकी हालत गंभीर थी इसलिए उन्हें वर्धमान मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर किया गया। मुखर्जी ने एक एंबुलेंस की व्यवस्था की और उन्हें रेफरल अस्पताल भेजा। साथ ही उन्होंने जिलाधिकारी सौमित्र मोहन को फोन किया और उनसे कहा कि वह देखें कि पॉल का उचित इलाज हो।
पॉल के बेटे के पास ज्यादा पैसे नहीं होने की बात जानने के बाद उन्होंने उसे कुछ रुपये भी दिए और उसके बाद बोलपुर में अपने एक बीमार रिश्तेदार को देखने के लिए रवाना हो गए।
मुखर्जी ने कहा, 'मैंने कुछ विशेष नहीं किया। यह एक मानव का कर्तव्य था। किसी और ने भी ऐसा ही किया होता।' इस मदद के बाद घायल महिला के पुत्र ने कहा कि उसके पास मुखर्जी का शुक्रिया अदा करने के लिए शब्द नहीं हैं। उसकी मां को बाद में कोलकाता के एक अस्पताल में रेफर कर दिया गया, क्योंकि उनकी हालत बिगड़ गई।
जिले के अधिकारियों ने बताया कि अधेड़ उम्र की महिला सुमिता पॉल अपने बेटे की मोटरसाइकिल पर पीछे बैठकर वर्धमान शहर से गुस्करा में एक मंदिर का दर्शन करने जा रही थीं, जब मोटरसाइकिल ने एक मिट्टी के टीले को टक्कर मार दी और वह ओरेग्राम के नजदीक एक स्थान पर गिर गईं। उन्होंने बताया कि महिला ने कोई हेलमेट नहीं पहन रखा था। पॉल अचेत थीं और उनके सिर से खून निकल रहा था। उनका बेटा बेसुध था और जगह लगभग सुनसान थी।
मुर्शिदाबाद जिले में जंगीपुर से सांसद मुखर्जी उसी वक्त सड़क से गुजर रहे थे और उन्होंने पॉल और उनके बेटे को देखा। अधिकारियों ने बताया कि वह अपनी कार में पॉल को गुस्करा अस्पताल ले गए। चूंकि उनकी हालत गंभीर थी इसलिए उन्हें वर्धमान मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर किया गया। मुखर्जी ने एक एंबुलेंस की व्यवस्था की और उन्हें रेफरल अस्पताल भेजा। साथ ही उन्होंने जिलाधिकारी सौमित्र मोहन को फोन किया और उनसे कहा कि वह देखें कि पॉल का उचित इलाज हो।
पॉल के बेटे के पास ज्यादा पैसे नहीं होने की बात जानने के बाद उन्होंने उसे कुछ रुपये भी दिए और उसके बाद बोलपुर में अपने एक बीमार रिश्तेदार को देखने के लिए रवाना हो गए।
मुखर्जी ने कहा, 'मैंने कुछ विशेष नहीं किया। यह एक मानव का कर्तव्य था। किसी और ने भी ऐसा ही किया होता।' इस मदद के बाद घायल महिला के पुत्र ने कहा कि उसके पास मुखर्जी का शुक्रिया अदा करने के लिए शब्द नहीं हैं। उसकी मां को बाद में कोलकाता के एक अस्पताल में रेफर कर दिया गया, क्योंकि उनकी हालत बिगड़ गई।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
अभिजीत मुखर्जी, वर्धमान जिला, सड़क दुर्घटना, वर्धमान मेडिकल कॉलेज अस्पताल, Abhijit Mukherjee, Burdwan, Road Accident Victims, Burdwan Medical College