पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की फाइल फोटो
चंडीगढ़:
पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बागी नेता नवजोत सिंह सिद्धू पर निशाना साधते हुए गुरुवार को कहा कि पंजाब पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी सिद्धू को सबक सिखाएगा। सिद्धू से साफ तौर पर नाराज बादल ने कहा, 'राज्य की जनता सिद्धू को बख्शेगी नहीं और विश्वासघात के लिए उन्हें सबक सिखाएगी, क्योंकि वह अपनी पार्टी को धोखा देने वाले किसी भी व्यक्ति को पसंद नहीं करती।'
बरनाला जिले में एक जनसमूह को संबोधित करते हुए बादल ने कहा, 'सिद्धू जैसे अवसरवादी और भगोड़े नेता की पंजाब की राजनीति में कोई जगह नहीं है और राज्य की जनता उन्हें माकूल जवाब देगी।'
देश के सबसे वृद्ध मुख्यमंत्री बादल ने कहा कि सिद्धू का हाल पूर्व मुख्यमंत्री सुरजीत सिंह बरनाला और पूर्व मंत्री मनप्रीत सिंह बादल जैसा ही होगा, जिन्हें राज्य की जनता ने अपनी मातृ पार्टी को धोखा देने
के लिए राजनीतिक गुमनामी में भेज दिया। सुरजीत सिंह बरनाला ने जहां अकाली दल छोड़ दिया था, वहीं मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से नाराज होकर उनके भतीजे मनप्रीत ने अक्टूबर 2010 में पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।
मुख्यमंत्री ने कहा, 'दोनों नेताओं का किसी भी विचारधारा से कोई लेना-देना नहीं है और उन्होंने जिस पार्टी के साथ राजनीति में प्रवेश किया उसी की पीठ में छुरा भोंक दिया। सिद्धू का मामला भी उनसे
अलग नहीं है।'
बीजेपी के नामांकन पर अप्रैल में राज्यसभा सदस्य मनोनीत हुए सिद्धू ने सोमवार को कहा कि उन्होंने राज्यसभा से इस्तीफा इसलिए दिया क्योंकि उन्हें पंजाब से दूर रहने के लिए कहा गया था। अमृतसर से तीन बार लोकसभा सदस्य चुने गए सिद्धू का अकाली दल नेतृत्व खासकर बादल परिवार से मतभेद चलता रहा है।
सिद्धू के राज्यसभा से इस्तीफा देने के साथ ही उनके आम आदमी पार्टी (आप) से जुड़ने की अटकलें लगाई जाने लगी हैं। गौरतलब है कि आप को पंजाब के आगामी विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़
अकाली दल और बीजेपी के गठबंधन तथा कांग्रेस के सामने चुनौती माना जा रहा है। बादल ने कहा कि 'आप' भगोड़ों और अवसरवादियों का ऐसा गिरोह है जिसने पंजाब की जनता को लूटने के लिए हाथ मिलाया है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
बरनाला जिले में एक जनसमूह को संबोधित करते हुए बादल ने कहा, 'सिद्धू जैसे अवसरवादी और भगोड़े नेता की पंजाब की राजनीति में कोई जगह नहीं है और राज्य की जनता उन्हें माकूल जवाब देगी।'
देश के सबसे वृद्ध मुख्यमंत्री बादल ने कहा कि सिद्धू का हाल पूर्व मुख्यमंत्री सुरजीत सिंह बरनाला और पूर्व मंत्री मनप्रीत सिंह बादल जैसा ही होगा, जिन्हें राज्य की जनता ने अपनी मातृ पार्टी को धोखा देने
के लिए राजनीतिक गुमनामी में भेज दिया। सुरजीत सिंह बरनाला ने जहां अकाली दल छोड़ दिया था, वहीं मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से नाराज होकर उनके भतीजे मनप्रीत ने अक्टूबर 2010 में पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।
मुख्यमंत्री ने कहा, 'दोनों नेताओं का किसी भी विचारधारा से कोई लेना-देना नहीं है और उन्होंने जिस पार्टी के साथ राजनीति में प्रवेश किया उसी की पीठ में छुरा भोंक दिया। सिद्धू का मामला भी उनसे
अलग नहीं है।'
बीजेपी के नामांकन पर अप्रैल में राज्यसभा सदस्य मनोनीत हुए सिद्धू ने सोमवार को कहा कि उन्होंने राज्यसभा से इस्तीफा इसलिए दिया क्योंकि उन्हें पंजाब से दूर रहने के लिए कहा गया था। अमृतसर से तीन बार लोकसभा सदस्य चुने गए सिद्धू का अकाली दल नेतृत्व खासकर बादल परिवार से मतभेद चलता रहा है।
सिद्धू के राज्यसभा से इस्तीफा देने के साथ ही उनके आम आदमी पार्टी (आप) से जुड़ने की अटकलें लगाई जाने लगी हैं। गौरतलब है कि आप को पंजाब के आगामी विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़
अकाली दल और बीजेपी के गठबंधन तथा कांग्रेस के सामने चुनौती माना जा रहा है। बादल ने कहा कि 'आप' भगोड़ों और अवसरवादियों का ऐसा गिरोह है जिसने पंजाब की जनता को लूटने के लिए हाथ मिलाया है।
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