केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने देश में बदले की राजनीति संबंधी कुछ राजनीतिक दलों के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि विपक्ष दिवालिया हो चुका है और उसके पास मोदी सरकार के खिलाफ उठाने के लिए कोई मुद्दा नहीं है. जावड़ेकर ने कहा कि उनकी सरकार पर विरोधियों के खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध लेने के आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि सरकार ने नहीं बल्कि अदालतों ने कुछ नेताओं को जेल भेजा है. उन्होंने कहा, ‘यह बिल्कुल ही निराधार और एक फर्जी आलोचना है. सरकार के खिलाफ कोई आरोप नहीं हैं. विपक्ष पूरी तरह दिलवालिया हो चुका है.' केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘जमानत कौन देता है और कौन नहीं देता है. ये अदालतें हैं और अदालतें सरकार नहीं है, जिसने फैसला दिया है.'
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सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा कि अदालतों ने नेताओं की जमानत याचिका खारिज की हैं क्योंकि उन्हें उनके खिलाफ प्रथम दृष्टया मामला लगा. उन्होंने कहा, इसलिए ‘जब उन्हें (अदालत) लगता है कि कोई व्यक्ति जांच और गवाह को प्रभावित कर सकता है तो वह उन्हें जेल में रखते हैं. मंत्री ने जोर देकर कहा कि यह अदालत का निर्णय है और सरकार का नहीं है. उन आरोपों के बारे में पूछे जाने पर कि उनकी सरकार हमेशा प्रचार और सुर्खियों में बने रहने का प्रयास करती है, मंत्री ने कहा कि सरकार और भारतीय जनता पार्टी लोगों के लिए 24 घंटे काम कर रही है और पिछले पांच साल में हजारों उपलब्धियां उसके नाम हैं.
उन्होंने दावा किया, ‘पार्टी और सरकार 24 घंटे काम कर रही है. यही कारण है कि मैं अपनी तरफ से पिछले पांच साल में हजारों उपलब्धियां गिनवा सकता हूं.'उन्होंने कहा कि विपक्ष को कार्यक्रम शुरू करने से किसने रोका है. उन्होंने कहा, ‘अगर वह नहीं करते हैं तो वह खबरों में नहीं रहेंगे.' यह पूछे जाने पर कि क्या देश एकल पार्टी प्रणाली की ओर बढ़ रही है, जैसा कि कुछ विपक्षी दलों ने आशंका जतायी है, जावड़ेकर ने कहा कि दूसरे दलों को चलाना उनका काम नहीं है, जिसे कुछ नेता छोड़ रहे हैं क्योंकि उनके लिए वहां कोई प्रेरणा नहीं बची है.
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मंत्री ने कहा, 'मैं किसी पार्टी को समाप्त नहीं कर रहा हूं. यह पार्टी के ऊपर है कि वह खड़ा रहे. मैदान में दूसरे राजनीतिक दलों को खड़ा करना मेरा काम नहीं है.' उन्होंने सवाल किया, ‘क्या आप यह उम्मीद करते हैं कि भाजपा सभी पार्टियों को चलाए.' उन्होंने कहा, ‘जब प्रेरणा समाप्त हो जाती है, तो यही कारण है कि लोग भाजपा में शामिल होने के लिए आते हैं. इसका कोई अन्य कारण नहीं है.' देश के एकल पार्टी प्रणाली की तरफ बढ़ने के आरोपों को मंत्री ने खारिज कर दिया लेकिन सवाल उठाया कि क्या इस तरह की प्रणाली देश और लोकतंत्र के लिए बेहतर है.
उन्होंने कहा कि राज्यों में कई पार्टियां हैं और प्रत्येक पार्टी को बढ़ने का अधिकार है. यह पूछे जाने पर कि चीजें जिस तरह से चल रही है, ऐसे में देश में क्या भाजपा ही एक मात्र पार्टी बचेगी, उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, ‘‘हम ऐसा क्यों करेंगे...यह दूसरों पर निर्भर है, मुझ पर नहीं. हम अपनी ताकत से बढ़ रहे हैं. हमें लोगों का अधिक से अधिक समर्थन मिल रहा है. हम प्रत्येक घर तक पहुंच रहे हैं और हम ऐसा लगातार कर रहे हैं. इसमें क्या मसला है.' उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी जनता के साथ बने रहना चाहती है, जन समर्थक सरकार चलाना चाहती है और यह जनता की पार्टी है. उन्होंने कहा, ‘‘यह विकल्प दूसरों के लिए भी उपलब्ध है. '
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सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि जम्मू कश्मीर में हालात सामान्य हैं और अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को समाप्त किये जाने से वहां के लोग खुश हैं क्योंकि उन्हें अब शेष देश के नागरिकों की तरह ही फायदे और अधिकार मिलेंगे. जावड़ेकर ने कहा कि घाटी में मीडिया पर किसी तरह की पाबंदी नहीं है और बिना किसी कठिनाई के अखबारों का प्रकाशन किया जा रहा है. उन्होंने विपक्ष के इस आरोप को खारिज कर दिया कि भाजपा हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों से पहले जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को वापस लेने के फैसले को चुनावी मुद्दे की तरह इस्तेमाल कर रही है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जम्मू कश्मीर की जनता को अन्य पिछड़ा वर्गों (ओबीसी) के लिए अनेक योजनाओं के लाभ नहीं मिलते थे, लेकिन अब उन्हें ये फायदे मिलेंगे. इसी तरह अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति को राज्य में कोई राजनीतिक आरक्षण नहीं मिलता था लेकिन अब वह भी मिलेगा. जावड़ेकर ने कहा, ‘‘गृह मंत्री ने 126 कानूनों की सूची दी जो कश्मीर में लागू नहीं होते लेकिन अब वहां लागू हैं. लोग इनका फायदा उठा रहे हैं और इसलिए वे खुश हैं. कश्मीर घाटी, जम्मू तथा लद्दाख में अब सभी केंद्रीय योजनाएं लागू हैं.'
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