प्रतीकात्मक फोटो
मुंबई:
मोबाइल फोन से व्हाट्सएप्प के जरिए ग्रुप बनाकर चैट करने, सूचनाएं और चुटकुले भेजने की होड़ मची हुई है। कुछ एडमिन तो बिना अनुमति के भी लोगों को ग्रुप में जोड़ने से बाज नहीं आते। लेकिन यही आदत पुणे के एक ग्रुप एडमिन को भारी पड़ गई । एक महिला की शिकायत पर मुंबई पुलिस उसे पुणे से पकड़कर लाई। एक दिन पुलिस हिरासत में रहने के बाद उसे जमानत मिल पाई।
महिला को मानसिक पीड़ा पहुंचाई
मुंबई में इस तरह की यह पहली गिरफ्तारी है। गिरफ्तार एडमिन का नाम हसमुख रमिना है। उस पर आरोप है कि रश्मि दवे नाम की महिला को जबरदस्ती ग्रुप में जोड़ा और अश्लील पोस्ट के जरिए उसे मानसिक पीड़ा पहुंचाई।
ग्रुप में जबरदस्ती जोड़ लिया
मुंबई में वीपी रोड पुलिस थाने के पुलिस निरीक्षक अशोक गायकवाड़ ने बताया कि पिछले साल जुलाई में महिला ने शिकायत दर्ज कराई थी कि कुछ लोग व्हाट्सएप्प ग्रुप में उसे जबरदस्ती जोड़ रहे हैं और उसमें अश्लील बातें पोस्ट कर उसे मानसिक पीड़ा पहुंचा रहे हैं। तभी से पुलिस मामले की जांच कर रही थी। दो दिन पहले पुलिस आरोपी को पकड़ने में कामयाब हुई।
शिकायतकर्ता महिला रश्मि दवे के मुताबिक पुणे के हंसमुख रमीना से उनकी पहले कभी मुलाकात हुई थी। उसी के आधार पर उसने ग्रुप "सच का सामना" में जोड़ा। उसमें से निकलने के बाद दूसरे ग्रुप " आमना - सामना " में जोड़ा। ऐसे 2 से 3 दिन तक वे लोग उसे परेशान करते रहे।
मध्यप्रदेश के सागर का भी एक आरोपी
इस मामले में मध्यप्रदेश के सागर का रहने वाला राहुल भी आरोपी है। पुलिस उसे भी पकड़ने गई थी लेकिन वह नहीं मिला। सागर पुलिस उससे व्हाट्सऐप पर ही पहले माफी मंगवा चुकी है।
महिला को मानसिक पीड़ा पहुंचाई
मुंबई में इस तरह की यह पहली गिरफ्तारी है। गिरफ्तार एडमिन का नाम हसमुख रमिना है। उस पर आरोप है कि रश्मि दवे नाम की महिला को जबरदस्ती ग्रुप में जोड़ा और अश्लील पोस्ट के जरिए उसे मानसिक पीड़ा पहुंचाई।
ग्रुप में जबरदस्ती जोड़ लिया
मुंबई में वीपी रोड पुलिस थाने के पुलिस निरीक्षक अशोक गायकवाड़ ने बताया कि पिछले साल जुलाई में महिला ने शिकायत दर्ज कराई थी कि कुछ लोग व्हाट्सएप्प ग्रुप में उसे जबरदस्ती जोड़ रहे हैं और उसमें अश्लील बातें पोस्ट कर उसे मानसिक पीड़ा पहुंचा रहे हैं। तभी से पुलिस मामले की जांच कर रही थी। दो दिन पहले पुलिस आरोपी को पकड़ने में कामयाब हुई।
शिकायतकर्ता महिला रश्मि दवे के मुताबिक पुणे के हंसमुख रमीना से उनकी पहले कभी मुलाकात हुई थी। उसी के आधार पर उसने ग्रुप "सच का सामना" में जोड़ा। उसमें से निकलने के बाद दूसरे ग्रुप " आमना - सामना " में जोड़ा। ऐसे 2 से 3 दिन तक वे लोग उसे परेशान करते रहे।
मध्यप्रदेश के सागर का भी एक आरोपी
इस मामले में मध्यप्रदेश के सागर का रहने वाला राहुल भी आरोपी है। पुलिस उसे भी पकड़ने गई थी लेकिन वह नहीं मिला। सागर पुलिस उससे व्हाट्सऐप पर ही पहले माफी मंगवा चुकी है।
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