मुंबई पुलिस एक बार फिर विवादों में है। ताज़ा विवाद उसकी संवाद पत्रिका को लेकर है जिसमें एक इंस्पेक्टर ने कविता छापी है।
                                            
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                                                                                मुम्बई: 
                                        मुंबई पुलिस एक बार फिर विवादों में है। ताज़ा विवाद उसकी संवाद पत्रिका को लेकर है जिसमें एक इंस्पेक्टर ने कविता छापी है।
आजाद मैदान में हुए दंगे को लेकर कविता है जिसमें कई महिला पुलिस कर्मियों के साथ छेड़खानी और जोर जबरदस्ती हुई थी। इस दौरान कई पुलिस कर्मियों पर जानलेवा हमले भी हुए थे।
कविता में इंस्पेक्टर ने आज़ाद मैदान में आए लोगों को गद्दार और सांप तक कह डाला है। इस कविता में काफी हिंसक बातें हैं, जिसे लेकर पुलिस अब माफी मांग रही है। पुलिस ने कहा है कि वह अपने अगले अंक में इसे छापेगी।
                                                                        
                                    
                                आजाद मैदान में हुए दंगे को लेकर कविता है जिसमें कई महिला पुलिस कर्मियों के साथ छेड़खानी और जोर जबरदस्ती हुई थी। इस दौरान कई पुलिस कर्मियों पर जानलेवा हमले भी हुए थे।
कविता में इंस्पेक्टर ने आज़ाद मैदान में आए लोगों को गद्दार और सांप तक कह डाला है। इस कविता में काफी हिंसक बातें हैं, जिसे लेकर पुलिस अब माफी मांग रही है। पुलिस ने कहा है कि वह अपने अगले अंक में इसे छापेगी।
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