New Delhi:
गणतंत्र दिवस के मौके पर श्रीनगर के लालचौक पर तिरंगा फहराने की भाजपा की योजना के बीच प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि इस पवित्र मौके पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। इस पूरे मामले पर प्रधानमंत्री की ओर से पहली बार बयान दिया गया है। इस पर भाजपा ने सिंह पर पलटवार करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री देश को नीचा दिखा रहे हैं और उनका बयान अलगाववादियों का हौसला बढ़ाने वाला है। भारतीय जनता युवा मोर्चा की ओर से निकाली गई राष्ट्रीय एकता यात्रा का मकसद 26 जनवरी को लाल चौक पर तिरंगा फहराना है। यह यात्रा शनिवार को हिमाचल प्रदेश में प्रवेश कर गई। प्रधानमंत्री ने अपने बयान में कहा कि जम्मू-कश्मीर जैसे संवेदनशील राज्य में शांति में व्यवधान नहीं पैदा किया जाना चाहिए। सिंह ने कहा, मैं उम्मीद करता हूं कि सभी नागरिक और राजनीतिक दल इस आह्वान को मानेंगे और ऐसा कुछ भी नहीं करेंगे, जिससे शांति और सौहार्द्र में व्यवधान उत्पन्न हो या गणतंत्र दिवस की गरिमा को कोई चोट पहुंचे। गणतंत्र दिवस को पवित्र अवसर बताते हुए सिंह ने कहा, यह राजनीतिक फायदा उठाने, सरकार या स्थानीय प्रशासन को शर्मिंदा करने, बिना वजह समस्या खड़ा करने या विघटनकारी एजेंडे को आगे बढ़ाने का मौका नहीं है। उन्होंने कहा, इससे भी जरूरी है कि जम्मू-कश्मीर जैसे संवेदनशील राज्य पर अधिकतम संयम बरता जाए। प्रधानमंत्री ने वैसे तो किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका आशय भाजपा की एकता यात्रा से था, जिसके तहत पार्टी का गणतंत्र दिवस के दिन श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा फहराने का कार्यक्रम है। भाजपा प्रवक्ता राजीव प्रतान रूड़ी ने कहा, हम प्रधानमंत्री से जानना चाहते हैं कि देश के किसे हिस्से में तिरंगे को सलाम करना देशद्रोह है? इस तरह के बयान देकर प्रधानमंत्री अलगाववादियों का हौसला बढ़ा रहे हैं।
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