'सत्ता का शांतिपूर्ण हस्तांतरण हो', अमेरिकी संसद परिसर में हिंसा पर पीएम मोदी ने जताई चिंता

जब नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन की जीत को प्रमाणित करने के लिए सांसद संसद के संयुक्त सत्र के लिए कैपिटोल के भीतर बैठे थे, तभी यूएस (अमेरिका) कैपिटोल पुलिस ने इसके भीतर सुरक्षा के उल्लंघन की घोषणा की.

'सत्ता का शांतिपूर्ण हस्तांतरण हो', अमेरिकी संसद परिसर में हिंसा पर पीएम मोदी ने जताई चिंता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी संसद परिसर में हुए दंगे और हिंसा पर चिंता जताई है.

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने अमेरिका में सत्ता हस्तांतरण से पहले दंगा और हिंसा की खबरों पर चिंता जताई है और कहा है कि सत्ता का हस्तांतरण शांतिपूर्ण तरीके से होना चाहिए. उन्होंने ट्वीट किया, "वाशिंगटन डीसी में दंगों और हिंसा की खबर देखकर व्यथित हूं. सत्ता का क्रमिक और शांतिपूर्ण हस्तांतरण जारी रहना चाहिए. लोकतांत्रिक प्रक्रिया को गैरकानूनी विरोधों के माध्यम से विकृत करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है."

दरअसल, हालिया चुनावों में जीते राष्ट्रपति जो बाइडेन और उप राष्ट्रपति कमला हैरिसा की जीत पर मुहर लगाने के लिए बुधवार को अमेरिकी संसद के दोनों सदनों के सदस्य जुटे थे. इसी दौरान निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के सैकड़ों समर्थक संसद परिसर में घुस गए. इस दौरान गोली भी चली, जिसमें एक महिला की मौत हो गई.

यूएस कैपिटल बिल्डिंग में ‘लॉक्ड डाउन', पुलिस एवं ट्रंप समर्थकों के बीच हिंसक झड़प

संसद भवन के बाहर ट्रंप समर्थकों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हुई, जिसके बाद परिसर को ‘‘लॉक्ड डाउन'' (प्रवेश एवं निकास बंद) कर दिया गया. कैपिटल बिल्डिंग के भीतर यह घोषणा की गई कि ‘‘बाहरी सुरक्षा खतरे'' के कारण कोई व्यक्ति कैपिटल परिसर से बाहर या उसके भीतर नहीं जा सकता.

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बता दें कि अमेरिका में  3 नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव हुए थे, जिसमें जो बाइडेन को 306 और डोनाल्ड ट्रम्प को 232 वोट मिले थे.  चुनाव परिणाम आने के बाद भी राष्ट्रपति ट्रम्प ने अपनी हार नहीं मानी. उन्होंने आरोप लगाया कि वोटिंग के दौरान और फिर काउंटिंग में बड़े पैमाने पर धांधली हुई. कई राज्यों में उनके समर्थकों ने मुकदमे दर्ज कराए लेकिन अधिकांश में वो हार गए. दो मामलों में सुप्रीम कोर्ट ने भी उनकी याचिकाएं खारिज कर दीं.