
पीएम नरेंद्र मोदी...
नई दिल्ली:
पीएम मोदी ने मंगलवार को बीजेपी संसदीय दल की बैठक में सांसदों से कहा कि वह हनुमान की तरह काम करें. पीएम मोदी ने हनुमान जयंती के मौके पर हनुमान की भक्ति के बारे में बात करते हुए कहा कि जिस तरह लक्ष्मण के मुर्छित होने पर हनुमान जड़ी-बूटी लेने चले गए उसी तरह आप किसी निर्देश का इंतजार न करें, खुद से आगे बढ़कर काम करें. सरकार के कामकाज को जनता तक ले जाएं. सांसद अपने क्षेत्र में अपनी पहचान बनाएं. पीएम मोदी की जय जयकार क्यों हो, सांसद की जय जयकार क्यों नहीं हो. पीएम ने यह भी कहा कि पूरी रामायण में हनुमान ने कभी भी भगवान राम से सवाल नहीं पूछा, हमेशा उनके चरणों में रही शीश झुकाए हुए रहे.
इससे पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अपनी सरकार के गरीब समर्थक एजेंडे को रेखांकित किया और कहा कि गरीबों ने हम पर जो विश्वास दिखाया है, उसे नहीं तोड़ा जाना चाहिए. एनडीए की बैठक में सहयोगी दलों ने 2019 का लोकसभा चुनाव उनके 'मजबूत' नेतृत्व में लड़ने का संकल्प जताया.
भाजपा की 32 सहयोगी दलों के साथ बैठक में 2019 के लोकसभा चुनावों पर चर्चा की गई और सभी ने एक प्रस्ताव पारित कर मोदी सरकार की नीतियों की सराहना की और आगामी लोकसभा चुनावों में लोगों से फिर से सत्ता में वापस लाने का आह्वान किया. सभी सहयोगियों के विचार व्यक्त करने के बाद मोदी ने समापन भाषण में कहा कि एनडीए के विस्तार पर काम जारी रहेगा. उन्होंने अपने सहयोगियों से कहा कि वे युवाओं से खुद को जोड़ें. उन्होंने 'नए भारत' के एजेंडे के बारे में भी बात की. प्रधानमंत्री ने चुनाव सुधार के मुद्दे पर जोर देते हुए कहा कि एनडीए के सहयोगियों को राजनीतिक दलों के बीच सहमति बनाने का प्रयास करना चाहिए. बैठक के बाद उन्होंने ट्वीट किया, 'अभी-अभी एनडीए के महत्वपूर्ण सहयोगियों के साथ बैठक की. हमने कई मुद्दों पर सार्थक विचारों का आदान-प्रदान किया.' शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने मोदी के साथ अलग से बैठक की, जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र में किसानों के ऋण माफी की मांग की. ठाकरे अक्सर मोदी सरकार और भाजपा पर निशाना साधते रहे हैं. (इनपुट्स भाषा से भी)
इससे पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अपनी सरकार के गरीब समर्थक एजेंडे को रेखांकित किया और कहा कि गरीबों ने हम पर जो विश्वास दिखाया है, उसे नहीं तोड़ा जाना चाहिए. एनडीए की बैठक में सहयोगी दलों ने 2019 का लोकसभा चुनाव उनके 'मजबूत' नेतृत्व में लड़ने का संकल्प जताया.
भाजपा की 32 सहयोगी दलों के साथ बैठक में 2019 के लोकसभा चुनावों पर चर्चा की गई और सभी ने एक प्रस्ताव पारित कर मोदी सरकार की नीतियों की सराहना की और आगामी लोकसभा चुनावों में लोगों से फिर से सत्ता में वापस लाने का आह्वान किया. सभी सहयोगियों के विचार व्यक्त करने के बाद मोदी ने समापन भाषण में कहा कि एनडीए के विस्तार पर काम जारी रहेगा. उन्होंने अपने सहयोगियों से कहा कि वे युवाओं से खुद को जोड़ें. उन्होंने 'नए भारत' के एजेंडे के बारे में भी बात की. प्रधानमंत्री ने चुनाव सुधार के मुद्दे पर जोर देते हुए कहा कि एनडीए के सहयोगियों को राजनीतिक दलों के बीच सहमति बनाने का प्रयास करना चाहिए. बैठक के बाद उन्होंने ट्वीट किया, 'अभी-अभी एनडीए के महत्वपूर्ण सहयोगियों के साथ बैठक की. हमने कई मुद्दों पर सार्थक विचारों का आदान-प्रदान किया.' शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने मोदी के साथ अलग से बैठक की, जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र में किसानों के ऋण माफी की मांग की. ठाकरे अक्सर मोदी सरकार और भाजपा पर निशाना साधते रहे हैं. (इनपुट्स भाषा से भी)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं