पीएम मोदी ने बताया, 55 महीने के दौरान कितने लोगों को मिली नौकरियां

पिछले काफी समय से कांग्रेस सहित विपक्षी दल सरकार पर रोजगार को लेकर निशाना साधते रहे हैं और पूछते रहे हैं कि हर साल एक करोड़ रोजगार देने के वादे का क्या हुआ ?

पीएम मोदी ने बताया, 55 महीने के दौरान कितने लोगों को मिली नौकरियां

रोजगार के मुद्दे पर पीएम मोदी ने पेश किए आंकड़े

खास बातें

  • पीएम मोदी ने बताया 4.5 साल में कितनी नौकरियां लगीं
  • सदन में पेश किए आंकड़ें
  • कांग्रेस पर कसा तंज
नई दिल्ली:

रोजगार मुद्दे पर विपक्ष की आलोचनाओं का सामना कर रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि उनकी सरकार के शासनकाल में पिछले 55 महीने में सरकार की नीतियों, आधारभूत ढांचे के विकास, परिवहन, टूरिज्म के विस्तार और ग्रामीण इलाकों में तेजी से होते विकास कामों के कारण संगठित और असंगठित, दोनों क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन हुआ है.  लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए प्रधानमंत्री ने अपने दावों के समर्थन में भविष्य निधि के नये खातों, नयी पेंशन योजना में नये पंजीकरण, आयकर रिटर्न दाखिल करने वालों की संख्या के अलावा डाक्टरों, चार्टर्ड एकाउंटेंट सहित अन्य पेशे से जुड़े लोगों की संख्या और उनके द्वारा दिये जाने वाले रोजगार का जिक्र किया. 

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पीएम मोदी ने कहा कि देश में परिवहन क्षेत्र बढ़ रहा है. लाखों की संख्या में कारें बिक रही हैं. बड़े पैमाने पर सड़कें बन रही हैं. आवासों का निर्माण हो रहा है. होटल उद्योग का विस्तार हो रहा है. पर्यटन क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है. उन्होंने तंज कसते हुए सवाल किया, इतने क्षेत्रों के विस्तार होने के बाद क्या किसी को रोजगार नहीं मिल रहा है? उल्लेखनीय है कि पिछले काफी समय से कांग्रेस सहित विपक्षी दल सरकार पर रोजगार को लेकर निशाना साधते रहे हैं और पूछते रहे हैं कि हर साल एक करोड़ रोजगार देने के वादे का क्या हुआ ? देश में रोजगार के आंकड़ों के संबंध में कोई मानक व्यवस्था नहीं होने का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अब तक सौ सेक्टरों में से सात-आठ क्षेत्रों में ही आकलन होता है. लेकिन आज परिदृश्य बदल गया है. 

पिछले 45 साल में 2017-18 में सबसे ज्यादा रही बेरोजगारी, रिपोर्ट में हुआ खुलासा

मोदी ने कहा कि देश में असंगठित क्षेत्र करीब 85 से 90 प्रतिशत रोजगार देता है. संगठित क्षेत्र 10 से 15 प्रतिशत ही रोजगार देता है. उन्होंने कहा कि संगठित क्षेत्र में सितंबर 2017 से नवंबर 2018 तक करीब 15 महीने में 1.80 करोड़ लोगों ने पहली बार भविष्य निधि (पीएफ) खाते में पैसा जमा करवाना शुरू किया. इनमें से 64 प्रतिशत लोग 28 साल से कम आयु के हैं.  प्रधानमंत्री ने कहा कि मार्च 2014 में करीब 65 लाख लोगों को नयी पेंशन योजना (एनपीएस) में रजिस्ट्रेशन किया गया. पिछले साल अक्तूबर में यह संख्या बढ़कर एक करोड़ 20 लाख हो गयी. पिछले चार साल में 6.35 लाख नये पेशेवर करदाताओं की सूची में जुड़े हैं. उन्होंने पूछा कि ये डॉक्टर, सीए और अन्य पेशेवर और भी नौकरियां देते होंगे. प्रधानमंत्री ने कहा कि असंगठित क्षेत्र में परिवहन क्षेत्र सबसे ज्यादा रोजगार देता है. बीते चार सालों में लाखों लोगों ने वाहन खरीदे .

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एक अनुमान के मुताबिक, इस क्षेत्र में सवा करोड़ लोगों को रोजगार के नये अवसर मिले हैं. उन्होंने कहा कि मुद्रा योजना के तहत पहली बार कर्ज पाने वालों की संख्या सवा चार करोड़ से ज्यादा है. इन्होंने भी रोजगार पैदा किये हैं. पीएम मोदी ने कहा कि मेक इन इंडिया, मुद्रा योजना, स्टार्ट अप आदि स्वरोजगार के स्तंभ हैं . सरकार ने देश के जवानों, नौजवानों के साथ किसान की भी चिंता की है.