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This Article is From Jul 27, 2017

सियासी बोल: 20 महीने में नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के बीच चले कैसे-कैसे व्यंग्य बाण

बिहार में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनने जा रही है. नीतीश कुमार ने सीएम और सुशील मोदी ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ले ली. लेकिन एक वह भी दौर रहा है जब दोनों ही एकदूसरे पर निशाना साधने में कोई कसर नहीं छोड़ते थे.

सियासी बोल: 20 महीने में नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के बीच चले कैसे-कैसे व्यंग्य बाण
पीएम नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार
नई दिल्ली: बिहार में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनने जा रही है. नीतीश कुमार ने सीएम और सुशील मोदी ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ले ली. लेकिन एक वह भी दौर रहा है जब दोनों ही एकदूसरे पर निशाना साधने में कोई कसर नहीं छोड़ते थे. नीतीश कुमार के इस्तीफे के चंद मिनटों बाद ही पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके नीतीश को बधाई दी, लेकिन अगस्त 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार की एक चुनावी सभा में विपक्षी गठबंधन पर तंज कसते हुए कहा था कि चुनाव बाद यह गठबंधन कितना चलेगा, इसमें संदेह है. उन्होंने कहा कि मुझे तो पता ही नहीं चल रहा है कि बिहार में भुजंग प्रसाद और चंदन कुमार कौन है? प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि निजी सियासी फायदे के लिए यह गठबंधन किया गया है और चुनाव के बाद जब ये लोग ज़हर उगलेंगे, तो यह जनता की थाली में पड़ेगा. उन्होंने जनता को इन लोगों से आगाह करते हुए कहा कि जिन्‍होंने जहर पीया है, उनको जहर उगलने का मौका नहीं देना चाहिए. 

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अब प्रेम पत्र लिखना बंद करें पीएम मोदी : नीतीश
अक्टूबर 2016 में नीतीश कुमार ने अपने भाषण में पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि अब प्रेम पत्र लिखना बंद कीजिए, निर्णायक कदम उठाएं. पाकिस्तान के खिलाफ जो भी कदम उठाने की जरूरत हो उठाएं. हम आपके हर कदम पर साथ हैं. लेकिन एक बात ध्यान रखें कि आप सिर्फ बीजेपी के नेता नहीं हैं, आप प्रधानमंत्री हैं और इस देश के नेता हैं. राजनीतिक लाभ लेना बंद कीजिए. सर्जिकल स्ट्राइक के पोस्टर डालना बंद कीजिए.

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जंगलराज को मिले जुड़वां भाई : पीएम मोदी
नवंबर 2015 में बिहार चुनाव के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने लालू-नीतीश पर हमला बोलते हुए कहा था कि जून में लालू-नीतीश एक मंच पर आए। पहले वे एक-दूसरे का मुंह देखने को तैयार नहीं थे. जंगलराज को जुड़वां भाई मिल गए हैं.

गंगा मैया अपने बेटे को खोज रही है : नीतीश
फरवरी 2017 में नोटबंदी का समर्थन करने वाले नीतीश कुमार ने बीते शनिवार को पटना में पीएम मोदी पर खास अंदाज में चुटकी लेते हुए कहा था कि पीएम कहते हैं, मां गंगा ने बुलाया है, लेकिन हम बनारस गए तो लोग कह रहे थे कि गंगा मां खोज रही थी, कहां गया मेरा बेटा. दरअसल नीतीश कुमार पिछले लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी के बयान की पृष्‍ठभूमि में अपनी बात कह रहे थे. दरअसल उस दौरान टीवी विज्ञापनों और बनारस की रैली में पीएम मोदी ने कहा था, ''मैं यहां आया नहीं हूं बल्कि मुझे तो मां गंगा ने बुलाया है.

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अच्छे दिन खोजने पड़ रहे हैं : नीतीश
सितंबर 2016 में बिहार के CM नीतीश कुमार ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव में वादे उतने ही करो, जो पूरे हो सकें. अब अच्छे दिन की लगातार सफाई हो रही है और काला धन केवल जुमला बनकर रह गया है. वादा किया था, अच्छे दिन आएंगे, जो अब खोजने पड़ रहे हैं. 

नीतीश के डीएनए में ही दोष है : पीएम मोदी
पीएम मोदी ने मुजफ्फरपुर की रैली में नीतीश कुमार के डीएनए पर सवाल उठाया था, जिसे नीतीश ने पूरे बिहार के लोगों के डीएनए से जोड़ दिया था. नीतीश ने कहा था कि प्रधानमंत्री ने मेरे डीएनए को गड़बड़ कहा, मैं बिहार का हूं. मेरा डीएनए वही है, जो हर बिहारवासी का है.

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