पीएम मोदी ने वाराणसी के स्वास्थ्यकर्मियों से आज बातचीत में कहा कि कोरोना के इस कठिन समय में काशीवासियों ने वाकई सराहनीय काम किया है. पीएम ने भावुक होते हुए कहा कि आपने शिव की कल्पना भावना से जन-जन की सेवा की है. जिन्होंने अपनों को खोया है मैं सभी लोगों को श्रद्धांजलि देता हूं और उनके परिजनों के प्रति संवेदना जताता हूं. योग और आयुष ने कोरोनावायरस के इस दौर में लोगों की ताकत बढ़ाई है.
जहां बीमार वहीं उपचार के सिद्धांत पर काम करें
पीएम मोदी ने कहा-अभी संतोष का समय नहीं है .हमें अभी लंबी लड़ाई लड़नी है. अभी हमें बनारस और पूर्वांचल के ग्रामीण इलाकों पर भी बहुत ध्यान देना है . अब हमारा मंत्र होगा, जहां बीमार, वहीं उपचार. जितना हम उपचार लोगों के पास ले जाएंगे हेल्थ व्यवस्था पर लोड उतना ही कम होगा. जहां बीमार वहीं उपचार इस सिद्धांत पर फोकस करें.
वैक्सीनेशन को भी हमें जन अभियान का हिस्सा बनाना है
पीएम ने कहा कि वैक्सीनेशन को भी हमें जन अभियान का हिस्सा बनाना है. पहले दिमागी बुखार से हजारों बच्चे उत्तर प्रदेश में मरते थे. योगी जी उस समय सांसद होते थे, संसद में रो पड़े थे. यह सिलसिला सालों साल तक चला, जब योगी मुख्यमंत्री बने और भारत सरकार और राज्य सरकार ने मिलकर दिमागी बुखार के खिलाफ बहुत बड़ा अभियान शुरू किया और काफी मात्रा में हम बच्चों की जिंदगी बचाने में सफल हुए.
ब्लैक फंगस की चुनौती पर ध्यान देना जरूरी
पिछले दिनों में ब्लैक फंगस की एक नई चुनौती सामने आई है. इस पर जरूरी व्यवस्था तैयार करने पर ध्यान देना जरूरी है.
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