7 आरसीआर में मनमोहन सिंह से मिलते पीएम मोदी (फोटो : पीएमओ इंडिया)
नई दिल्ली:
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 7 आरसीआर पर मुलाकात की। यह मुलाकात काफी खुशनुमा माहौल में हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीटर पर इसकी सूचना फोटो शेयर करके दी।
इससे पहले आज दिन में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा था कि देश की लोकतांत्रिक संस्थाओं के लिए ख़तरा पैदा हो गया है। एनएसयूआई के राष्ट्रीय अधिवेशन को संबोधित करते हुए मनमोहन ने कहा कि देश के सामाजिक बुनावट को लगातार तोड़ने की कोशिश की जा रही है। इसे रोकने के लिए युवाओं को ज़िम्मेदारी उठानी होगी।
मोदी सरकार पर मनमोहन का ये सबसे बड़ा हमला है। अर्थशास्त्र के जानकार मनमोहन ने न सिर्फ राजनीतिक आरोप लगाए बल्कि बीजेपी सरकार की आर्थिक नीतियों पर भी सवाल उठाए। कहा कि कृषि उत्पादन में लगातार गिरावट आ रही है। गांवों में रहने वाली देश की 65 फीसदी आबादी संतुष्ट नहीं है। निर्यात में कमी आ रही है। बीजेपी सरकार के दौरान अर्थव्यवस्था में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा। लेकिन पिछले एक साल में बीजेपी सरकार कई आंकड़ों और तथ्यों को गढ़ कर ये जताने की कोशिश कर रही है कि अर्थव्यवस्था की हालत उतनी खराब नहीं है।
मनमोहन ने बीजेपी के इस आरोप को ग़लत बताया कि यूपीए सरकार पॉलिसी पैरालिसिस की शिकार थी। मनमोहन ने कहा कि हमारी सरकार के दौरान औसत सालाना विकास दर साढ़े आठ फीसदी थी जो कि एक रिकॉर्ड रही। चीन के बाद भारत दुनिया में सबसे तेज़ी से विकास करने वाले देश था। लेकिन झूठ फैलाने से बाज नहीं आ रही।
यह भी बता दें कि पिछले कुछ समय में मनमोहन सिंह सरकार में उच्च पदों पर बैठे कई अधिकारियों ने अपनी-अपनी किताबों में मनमोहन सिंह पर जानबूझकर भ्रष्टाचार को पनाह देने का आरोप लगा चुके हैं।
इससे पहले आज दिन में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा था कि देश की लोकतांत्रिक संस्थाओं के लिए ख़तरा पैदा हो गया है। एनएसयूआई के राष्ट्रीय अधिवेशन को संबोधित करते हुए मनमोहन ने कहा कि देश के सामाजिक बुनावट को लगातार तोड़ने की कोशिश की जा रही है। इसे रोकने के लिए युवाओं को ज़िम्मेदारी उठानी होगी।
मोदी सरकार पर मनमोहन का ये सबसे बड़ा हमला है। अर्थशास्त्र के जानकार मनमोहन ने न सिर्फ राजनीतिक आरोप लगाए बल्कि बीजेपी सरकार की आर्थिक नीतियों पर भी सवाल उठाए। कहा कि कृषि उत्पादन में लगातार गिरावट आ रही है। गांवों में रहने वाली देश की 65 फीसदी आबादी संतुष्ट नहीं है। निर्यात में कमी आ रही है। बीजेपी सरकार के दौरान अर्थव्यवस्था में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा। लेकिन पिछले एक साल में बीजेपी सरकार कई आंकड़ों और तथ्यों को गढ़ कर ये जताने की कोशिश कर रही है कि अर्थव्यवस्था की हालत उतनी खराब नहीं है।
मनमोहन ने बीजेपी के इस आरोप को ग़लत बताया कि यूपीए सरकार पॉलिसी पैरालिसिस की शिकार थी। मनमोहन ने कहा कि हमारी सरकार के दौरान औसत सालाना विकास दर साढ़े आठ फीसदी थी जो कि एक रिकॉर्ड रही। चीन के बाद भारत दुनिया में सबसे तेज़ी से विकास करने वाले देश था। लेकिन झूठ फैलाने से बाज नहीं आ रही।
यह भी बता दें कि पिछले कुछ समय में मनमोहन सिंह सरकार में उच्च पदों पर बैठे कई अधिकारियों ने अपनी-अपनी किताबों में मनमोहन सिंह पर जानबूझकर भ्रष्टाचार को पनाह देने का आरोप लगा चुके हैं।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं