
पीएम मोदी का अर्जेंटीना दौरा
Quick Take
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
योग से सबको होगा फायदा- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा योग को विश्व ने अपनाया
जी20 बैठक में हिस्सा लेने गए हैं पीएम मोदी
Today's programme is called "Yoga For Peace". It is difficult to find a better name than this for a yoga program. Yoga helps us acquire better mental and physical health. It gives strength to our body&peace to our mind: PM Modi at "Yoga For Peace" event in Buenos Aires, Argentina pic.twitter.com/a7G9SfNLQr
— ANI (@ANI) November 29, 2018
When there will be peace in a person's mind there will be peace in family, society, country and the world. Yoga is India's gift to the world for health, wellness and peace: PM Modi at "Yoga For Peace" event in Buenos Aires, Argentina pic.twitter.com/K33uDKKxjf
— ANI (@ANI) November 29, 2018
ध्यान हो कि अर्जेंटीना हॉकी टीम इन दिनों ओडिशा में चल रहे हॉकी वर्ल्डकप में हिस्सा ले रही है. पीएम मोदी ने इस दौरान G20 बैठक का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि हम G20 की बैठक में वैश्किक अर्थव्यवस्था, सततपोषणीय विकास और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दे पर बात करने जा रहे हैं. मेरा इस बैठक में आने का मकसद सिर्फ अर्जेंटीना से ही बात करने का नहीं है. G20 की बैठक में मोदी जापान, अमेरिका और भारत के बीच पहली बार आयोजित की जा रही त्रिपक्षीय बैठक में हिस्सा लेंगे. इसके अलावा रूस, भारत और चीन के बीच दूसरी बार आयोजित की जा रही त्रिपक्षीय बैठक में भाग लेंगे. यह बैठक शुक्रवार को 12 साल के अंतराल के बाद आयोजित हो रही है.
यह भी पढ़ें: ...तो हैदराबाद की यात्रा के लिए भी पाकिस्तानी वीजा की जरूरत पड़ती: PM मोदी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जापान के प्रधानमंत्री शिन्जो आबे से मुलाकात करेंगे. उसके बाद दोनों नेता संयुक्त रूप से मोदी के साथ बैठक करेंगे.ट्रंप, आबे और मोदी के बीच यह बैठक ऐसे समय हो रही है जबकि चीन दक्षिण चीन सागर में क्षेत्रीय विवाद में उलझा हुआ है. इसके अलावा वह पूर्वी चीन सागर में जापान के साथ विवाद में उलझा हुआ है. दोनों ही क्षेत्रों को खनिज, तेल और अन्य प्राकृतिक संसाधनों में संपन्न माना जाता है. रूस, भारत और चीन (आरआईसी) की त्रिपक्षीय बैठक में मोदी, चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन भाग लेंगे.
VIDEO: भारत-पाकिस्तान के रिश्ते अच्छे क्यों नहीं हो सकते.
चीन करीब-करीब पूरे दक्षिण चीन सागर पर अपना दावा करता है जबकि वियतनाम, फिलीपींस, मलेशिया, ब्रुनेई और ताइवान इसके जलमार्गों पर अपना दावा करते हैं. इसमें प्रमुख समुद्री मार्ग भी शामिल हैं जिनसे होकर हर साल 3,000 अरब डालर के वैश्विक व्यापारिक परिवहन होता है.