
प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली:
देश में साल 2001 से 2011 के बीच पारसी समुदाय की आबादी में 18 फीसदी की कमी आयी है। समुदाय की जनसंख्या 2001 में 69,601 थी, जो 2011 तक 57,264 हो गई।
सोमवार को जारी जनगणना के आंकड़ों के अनुसार, 2011 में पारसी-जरथ्रुस्थ समुदाय की कुल जनसंख्या 57,264 है। इनमें से 28,115 पुरुष और 29,149 महिलाएं हैं।
देश के छोटे लेकिन बहुत समृद्ध समुदाय की आबादी में तेजी से कमी आई है। पिछली बार 1981 की जनगणना में करीब 27 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई थी। साल 1971 में पारसी समुदाय की आबादी 91,266 थी, जो 1981 में कम होकर 71,630 रह गई।
पारसी समुदाय के सबसे ज्यादा लोग (9727) गुजरात में रहते हैं, जबकि दिल्ली में महज 221 लोग निवास करते हैं।
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सोमवार को जारी जनगणना के आंकड़ों के अनुसार, 2011 में पारसी-जरथ्रुस्थ समुदाय की कुल जनसंख्या 57,264 है। इनमें से 28,115 पुरुष और 29,149 महिलाएं हैं।
देश के छोटे लेकिन बहुत समृद्ध समुदाय की आबादी में तेजी से कमी आई है। पिछली बार 1981 की जनगणना में करीब 27 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई थी। साल 1971 में पारसी समुदाय की आबादी 91,266 थी, जो 1981 में कम होकर 71,630 रह गई।
पारसी समुदाय के सबसे ज्यादा लोग (9727) गुजरात में रहते हैं, जबकि दिल्ली में महज 221 लोग निवास करते हैं।
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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