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This Article is From Aug 10, 2021

Parliament Session Live Update: विपक्षी सांसदों का हंगामा, राज्‍यसभा की कार्यवाही बुधवार तक स्‍थगित

सत्‍ता पक्ष और विपक्ष के बीच गतिरोध के दूर करने के कोई प्रयास भी होते नजर नहीं आ रहे. दोनों ही पक्ष अपने रुख पर अडिग हैं.

Parliament Session Live Update: विपक्षी सांसदों का हंगामा, राज्‍यसभा की कार्यवाही बुधवार तक स्‍थगित
संसद का मानसून सत्र पूरी तरह के विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ रहा है (प्रतीकात्‍मक फोटो)
नई दिल्ली:

Parliament Monsoon Session Live Update: संसद का मॉनसून सत्र (Parliament Monsoon Session) इस बार पूरी तरह से विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गया है. मॉनसून सत्र का यह आखिरी सप्‍ताह है. 13 अगस्‍त को इसका समापन हो जाएगा लेकिन विपक्ष के हंगामे के कारण दोनों सदनों की कार्यवाही अब तक लगातार बाधित हुई है. पेगासस (Pagasus scandal) और कृषि कानून (Farm laws) के मुद्दे पर विपक्ष का विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है और इस कारण दोनों सदनों का कामकाज नहीं हो पा रहा. सत्‍ता पक्ष और विपक्ष के बीच गतिरोध के दूर करने के कोई प्रयास भी होते नजर नहीं आ रहे. मंगलवार सुबह 11 बजे जब लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्ष के सदस्‍यों ने हंगामा शुरू कर दिया फलस्‍वरूप कार्यवाही 12 बजे तक स्‍थगित करनी पड़ी. उधर, राज्‍यसभा की कार्यवाही हंगामे के कारण 12 बजे, फिर 4 बजे और फिर बुधवार सुबह तक स्‍थगित करनी पड़ी.

 लोकसभा में हंगामे पर बोले स्पीकर ओम बिरला के एक बार फिर विपक्ष के सांसदों को नसीहत दी. उन्‍होंने कहा, 'जनता ने आपको हंगामे के लिए ही नहीं उनकी समस्याओं को सामने लाने के लिए भेजा है. हंगामा कर रहे सदस्य जनहित के विषय पर चर्चा संवाद नहीं चाहते. नारेबाजी कर रहे सदस्य आदिवासी, गरीब, दलित शोषित, पीड़ित, वंचित वर्ग की बात नहीं करना चाहते. आदिवासी दिवस पर आदिवासी समाज के कल्याण पर सदन में बात नहीं हुई.मैं चाहता हूं कि सदन में चर्चा और संवाद हो लेकिन आप हंगामा कर रहे हैं.' बिरला ने कहा कि देश को और लोकतंत्र को यदि मजबूत करना है, गरीब को सशक्त बनाना है तो चर्चा और संवाद ही एकमात्र माध्यम है.

उधर, हंगामे की वजह से उच्च सदन में आज भी शून्यकाल नहीं हो पाया. बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए.इस बीच, विपक्षी सदस्यों ने पेगासस मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया. सभापति ने कहा ‘‘संसद के मानसून सत्र की आज 16वीं बैठक है और हर दिन औसतन एक घंटे ही कामकाज हो पा रहा है. किसानों का मुद्दा महत्वपूर्ण है जिस पर आज चर्चा सूचीबद्ध है. अगर चर्चा नहीं होने दी जाएगी तो यह संदेश जाएगा कि सदन को किसानों की चिंता नहीं है.''सभापति ने सदस्यों से सदन की कार्यवाही चलने देने और व्यवधान न डालने की अपील की. सदन में व्यवस्था न बनते देख उन्होंने बैठक शुरू होने के महज दस मिनट के अंदर ही कार्यवाही दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी.

कृषि कानूनों के विरोध में काला कुर्ता पहनकर आए कुछ सांसद 
कृषि कानूनों को लेकर विरोध दर्ज कराने के लिए संसद में आज कुछ विपक्षी सांसद जैसे आरजेडी के मनोज झा और 'आप' के सुशील गुप्‍ता काले रंग का कुर्ता पहनकर आए. कुछ कांग्रेस सांसद भी बांह पर काले रंग के बैंड बांधे दिखाई दिए. 'आप' सांसद सुशील गुप्‍ता ने कहा, 'हम काले कपड़े पहनकर आज संसद आए थे. हमारी मांग है कि तीनों काले कृषि कानून वापस लिए जाएं.' कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि जिन सांसदों ने रूल बुक राज्यसभा में फेंके, वह चाहते थे कि राज्यसभा के डिप्टी चेयरमैन कानून और रूलबुक को पढ़ कर आएं. कानून के हिसाब से चलें. उन्‍होंने कहा कि जब तक तीनों नए कृषि कानून वापस नहीं होते हम इस मसले पर विरोध करते रहेंगे. 

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