SC के खिलाफ कुणाल कामरा के ट्वीट पर संसदीय समिति ने ट्विटर के अधिकारियों से पूछे सवाल : सूत्र

बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी की अध्यक्षता वाली संसदीय समिति  ने सोशल मीडिया कंपनी की पॉलिसी हेड महिमा कौल से सख्त लहजे में सवाल-जवाब किए हैं.

SC के खिलाफ कुणाल कामरा के ट्वीट पर संसदीय समिति ने ट्विटर के अधिकारियों से पूछे सवाल : सूत्र

कुणाल कामरा ने आत्महत्या के एक मामले में टीवी एंकर अर्णब गोस्वामी को जमानत देने पर सुप्रीम कोर्ट पर ट्वीट कर हमला बोला था.

नई दिल्ली:

संसदीय समिति (Parliamentary Panel) ने आज (गुरुवार, 19 नवंबर) ट्विटर के अधिकारियों से स्टैंडिंग कॉमेडियन कुणाल कामरा (Kunal Kamra)  के ट्वीट को लेकर सवाल पूछे हैं. समिति ने पूछा कि ट्विटर ने कामरा के सुप्रीम कोर्ट पर किए गए आक्रामक ट्वीट को क्यों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जारी रखा? सूत्रों ने बताया कि बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी (Meenakshi Lekhi) की अध्यक्षता वाली संसदीय समिति  ने सोशल मीडिया कंपनी (ट्विटर) की पॉलिसी हेड महिमा कौल से सख्त लहजे में सवाल-जवाब किए हैं.

इस पैनल में मीनाक्षा लेखी के साथ कांग्रेस सांसद विवेक तन्खा भी शामिल थे. सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस नेता ने भी ट्विटर के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है.

बता दें कि कामरा ने आत्महत्या के एक मामले में टीवी एंकर अर्णब गोस्वामी को जमानत देने पर सुप्रीम कोर्ट पर ट्वीट कर हमला बोला था और अर्णब को जमानत देने का विरोध किया था. इसके बाद उनके खिलाफ कोर्ट की अवमानना की कार्यवाही शुरू की गई है. लॉ के दो छात्रों और दो वकीलों ने अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल को पत्र लिखकर अवमानना का केस चलाने की अनुमति मांगी थी, जिसे वेणुगोपाल ने दी दी थी.

'न मांगूंगा माफी, न भरूंगा जुर्माना', अवमानना का आरोप झेल रहे कुणाल कामरा ने लिखा

अपने खिलाफ अवमानना का केस चलाने की इजाजत देने पर भी कामरा ने ट्वीट किया था और कहा था कि वो न तो ट्वीट हटाएंगे और न ही इसके लिए माफी मांगेंगे. पिछले शुक्रवार (13 नवंबर) को कामरा ने ट्वीट कर लिखा था, "मैं अपने ट्वीट को वापस लेने या उसके लिए माफी माँगने का इरादा नहीं रखता. मेरा मानना ​​है कि वे अपनों के लिए बोलते हैं." उन्होंने ये भी लिखा, "कोई वकील नहीं, कोई माफी नहीं, कोई जुर्माना नहीं, समय की बर्बादी नहीं."

सुप्रीम कोर्ट को लेकर ट्वीट करने पर कॉमेडियन कुणाल कामरा के खिलाफ अवमानना का केस

कुणाल कामरा ने पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट के जजों और अटॉर्नी जनरल के नाम ट्विटर पर एक खुला खत लिखकर अपने गुस्से का इजहार किया था. कामरा ने चिट्ठी में लिखा था कि अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने आठ लोगों को आपराधिक अवमानना की याचिका दायर करने की इजाजत देकर सारी हदें पार कर दी हैं. एक वकील जिसने अटॉर्नी जनरल से कामरा के खिलाफ अवमानना की याचिका दायर करने की अनुमति मांगी थी, को जवाब लिखते हुए वेणुगोपाल ने लिखा है, "अब समय आ गया है, जब लोग अन्यायपूर्ण तरीके से सुप्रीम कोर्ट की आलोचना करने और उस पर हमला करने का न सिर्फ मतलब समझें बेल्कि जो ऐसा कर रहे हैं, वो सजा भी भुगतें."

वीडियो- सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ ट्वीट करके घिरे कुणाल कामरा
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