प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली:
उत्तर प्रदेश के मुज़फ़्फ़रनगर में 16 गांवों की एक पंचायत ने लिया बच्चों को स्मार्टफोन का इस्तेमाल न करने देने का फ़ैसला सुनाया है। पंचायत की दलील है कि स्मार्टफोन के इस्तेमाल से बच्चे बिगड़ रहे हैं।
पंचायत ने बच्चों और खासकर लड़कियों को मोबाइल फोन न देने का फ़ैसला किया है। ज़िले के जानसठ क्षेत्र केराटौर गांव में हुई इस पंचायत में यह फ़ैसला लिया गया। पंचायत में कहा गया कि फोन के इस्तेमाल से स्कूल और कॉलेज में पढ़ने वाले बच्चे बिगड़ और बहक रहे हैं। लिहाजा इस पर रोक लगाई जानी चाहिए।
पंचायत ने कहा कि अगर बहुत ही जरूरी हो तो बच्चे नॉर्मल फोन इस्तेमाल करें न कि स्मार्टफोन। इस पंचायत में कुछ प्रफेशनल कोर्स कर रही लड़कियां भी शामिल थीं और उन्होंने भी मोबाइल पर रोक के पक्ष में आवाज़ उठाई।
पंचायत ने बच्चों और खासकर लड़कियों को मोबाइल फोन न देने का फ़ैसला किया है। ज़िले के जानसठ क्षेत्र केराटौर गांव में हुई इस पंचायत में यह फ़ैसला लिया गया। पंचायत में कहा गया कि फोन के इस्तेमाल से स्कूल और कॉलेज में पढ़ने वाले बच्चे बिगड़ और बहक रहे हैं। लिहाजा इस पर रोक लगाई जानी चाहिए।
पंचायत ने कहा कि अगर बहुत ही जरूरी हो तो बच्चे नॉर्मल फोन इस्तेमाल करें न कि स्मार्टफोन। इस पंचायत में कुछ प्रफेशनल कोर्स कर रही लड़कियां भी शामिल थीं और उन्होंने भी मोबाइल पर रोक के पक्ष में आवाज़ उठाई।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं