नई दिल्ली:
अब कोई भी भारतीय नागरिक प्रतिष्ठित पद्म सम्मानों के लिए सिफारिशें कर सकता है. सरकार ने इन सम्मानों के लिए नामांकन प्रक्रिया को आम लोगों के लिए खोल दिया है, ताकि इसे पारदर्शी बनाया जा सके और प्रभाव तथा लॉबिंग की साठगांठ वाली संस्कृति पर काबू पाया जा सके.
सूत्रों के अनुसार नामांकन ऑनलाइन तरीके से किया जा सकता है, लेकिन नामित करने वाले व्यक्ति को प्रामाणिकता तथा जवाबदेही के लिए अपना आधार ब्यौरा देना होगा.
सूत्रों ने बताया कि पहली बार भारत सरकार आम लोगों को पद्म सम्मानों के लिए नामित करने की खातिर प्रोत्साहित कर रही है. उन्होंने कहा कि यह राष्ट्रीय सम्मानों को वास्तव में लोगों के सम्मान में बदलने की दिशा में एक कदम है और वे सम्मान अब सिर्फ विशिष्ट वर्ग तक सीमित नहीं रहेंगे.
सूत्रों ने कहा कि नामांकन प्रक्रिया आम लोगों के लिए खोल दिए जाने से ऐसे लोगों की पहचान करने में भी मदद मिलेगी जिनके योगदान की बहुत चर्चा नहीं होती. उन्होंने कहा कि सामान्य रूप से ऑनलाइन नामांकन से सभी भारतीय नागरिक हिस्सा लेने के लिए प्रोत्साहित होंगे.
उन्होंने कहा कि नामांकन प्रक्रिया में बदलाव का मकसद प्रभाव तथा लॉबिंग की सांठगांठ वाली संस्कृति पर काबू पाना है. सूत्रों ने कहा कि ऑनलाइन आवेदन पोर्टल और इलेक्ट्रॉनिक प्रबंधन प्रणाली से नामांकनों की प्रक्रिया पारदर्शी एवं दक्ष बनती है.
सरकार को अब तक 1700 से ज्यादा नामांकन मिल चुके हैं और इसकी आखिरी तारीख 15 सितंबर है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सूत्रों के अनुसार नामांकन ऑनलाइन तरीके से किया जा सकता है, लेकिन नामित करने वाले व्यक्ति को प्रामाणिकता तथा जवाबदेही के लिए अपना आधार ब्यौरा देना होगा.
सूत्रों ने बताया कि पहली बार भारत सरकार आम लोगों को पद्म सम्मानों के लिए नामित करने की खातिर प्रोत्साहित कर रही है. उन्होंने कहा कि यह राष्ट्रीय सम्मानों को वास्तव में लोगों के सम्मान में बदलने की दिशा में एक कदम है और वे सम्मान अब सिर्फ विशिष्ट वर्ग तक सीमित नहीं रहेंगे.
सूत्रों ने कहा कि नामांकन प्रक्रिया आम लोगों के लिए खोल दिए जाने से ऐसे लोगों की पहचान करने में भी मदद मिलेगी जिनके योगदान की बहुत चर्चा नहीं होती. उन्होंने कहा कि सामान्य रूप से ऑनलाइन नामांकन से सभी भारतीय नागरिक हिस्सा लेने के लिए प्रोत्साहित होंगे.
उन्होंने कहा कि नामांकन प्रक्रिया में बदलाव का मकसद प्रभाव तथा लॉबिंग की सांठगांठ वाली संस्कृति पर काबू पाना है. सूत्रों ने कहा कि ऑनलाइन आवेदन पोर्टल और इलेक्ट्रॉनिक प्रबंधन प्रणाली से नामांकनों की प्रक्रिया पारदर्शी एवं दक्ष बनती है.
सरकार को अब तक 1700 से ज्यादा नामांकन मिल चुके हैं और इसकी आखिरी तारीख 15 सितंबर है.
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