नि:शुल्क परामर्श दे रहे हैं 22 देशों में रहने वाले राजस्थान के प्रवासी डॉक्टर

राजस्थान सरकार के संगठन राजस्थान फाउंडेशन ने कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के दौरान इन डाक्टरों की सेवाएं लेने के लिए डॉक्टर आफ राजस्थान इंटरनेशनल डोरी के साथ मिलकर यह पहल की थी.

नि:शुल्क परामर्श दे रहे हैं 22 देशों में रहने वाले राजस्थान के प्रवासी डॉक्टर

प्रवासी डॉक्टरों ने कोरोना वायरस संकट को देखते हुए मदद का हाथ बढ़ाया है. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

जयपुर:

विभिन्न देशों में रहने वाले राजस्थानी मूल के प्रवासी डॉक्टरों ने कोरोना वायरस संकट को देखते हुए मदद का हाथ बढ़ाया है और वे अपने राज्य के लोगों को ऑनलाइन नि:शुल्क परामर्श दे रहे हैं. राजस्थान सरकार के संगठन राजस्थान फाउंडेशन ने कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के दौरान इन डाक्टरों की सेवाएं लेने के लिए डॉक्टर आफ राजस्थान इंटरनेशनल डोरी के साथ मिलकर यह पहल की थी.

फाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव ने बताया,‘‘ हमने 14 मई को 17 डाक्टरों के साथ ''कॉल डोरी'' सेवा की शुरूआत की. इस समय 22 देशों में रह रहे 162 डॉक्टर राजस्थानी लोगों को नि:शुल्क परामर्श दे रहे हैं. अब तक 71 परामर्श दिए गए हैं.'' श्रीवास्तव के अनुसार इसके तहत विभिन्न देशों में रह रहे डॉक्टर एकीकृत डिजिटल प्लेटफार्म का उपयोग करते हैं.

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श्रीवास्तव ने कहा कि इस पहल का और विस्तार किया जाएगा तथा और डॉक्टर भी इससे जुड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के दौरान प्रवासी राजस्थानियों ने फाउंडेशन की खुलकर मदद की और बड़ी मात्रा में आक्सीजन सांद्रक तथा अन्य उपकरण उपलब्ध करवाए. फाउंडेशन इस बारे में लगातार प्रवासी राजस्थानियों के संपर्क में है. श्रीवास्तव के अनुसार राज्य के हर जिले में एक विशेष प्रवासी राजस्थानी (एनआरआर) प्रकोष्ठ शुरू करने की योजना है ताकि प्रवासी राजस्थानियों से जुड़े मुद्दों का जिलेवार समाधान किया जा सके.



(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)