पूर्व सैनिकों के प्रदर्शन को समर्थन देने पहुंची गुल पनाग
नई दिल्ली:
दिल्ली के जंतर मंतर पर पिछले सौ दिनों से चल रही पूर्व सैनिकों की रिले हड़ताल को समर्थन देने गुल पनाग पहुंची। पनाग ने सरकार से अपील की कि जिस तरह सैनिक बिना किसी शर्त के देश की सेवा करते हैं उसी तरह सरकार भी उनकी सारी मांगों को बिना शर्त स्वीकार करे।
सरकार ने अभी वन रैंक वन पेंशन को पूरी तरह नहीं माना है। पनाग कहती हैं कि सरकार ने अभी तक नोटिफिकेशन भी नहीं जारी किया है। सैनिकों में इसको लेकर जबरदस्त गुस्सा है और इसका असर सरहद पर दिख सकता है क्योंकि यही सैनिक बाद में जाकर पूर्व सैनिक बनेंगे।
इसको लेकर आंदोलन कर रहे वेटरन भी आर पार की लड़ाई लड़ने के मूड में हैं। इनका साफ कहना है कि कोशियारी कमेटी से कम इन्हें कुछ भी स्वीकार नहीं। वहीं रक्षा मंत्री कह रहे हैं सरकार के बस में जितना संभव था उतना किया। 40 साल में पहली बार इतना कुछ हुआ है और थोड़ा नोटिफिकेशन का इंतजार करें।
पूर्व सैनिकों ने ये भी ऐलान किया कि अक्टूबर के पहले हफ्ते में वे बिहार भी जायेंगे और लोगों से कहेंगे कि सरकार ने अपना वायदा पूरा नहीं किया। गौरतलब है कि अगले महीने बिहार में चुनाव भी होने हैं जहां एनडीए की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है।
सरकार ने अभी वन रैंक वन पेंशन को पूरी तरह नहीं माना है। पनाग कहती हैं कि सरकार ने अभी तक नोटिफिकेशन भी नहीं जारी किया है। सैनिकों में इसको लेकर जबरदस्त गुस्सा है और इसका असर सरहद पर दिख सकता है क्योंकि यही सैनिक बाद में जाकर पूर्व सैनिक बनेंगे।
इसको लेकर आंदोलन कर रहे वेटरन भी आर पार की लड़ाई लड़ने के मूड में हैं। इनका साफ कहना है कि कोशियारी कमेटी से कम इन्हें कुछ भी स्वीकार नहीं। वहीं रक्षा मंत्री कह रहे हैं सरकार के बस में जितना संभव था उतना किया। 40 साल में पहली बार इतना कुछ हुआ है और थोड़ा नोटिफिकेशन का इंतजार करें।
पूर्व सैनिकों ने ये भी ऐलान किया कि अक्टूबर के पहले हफ्ते में वे बिहार भी जायेंगे और लोगों से कहेंगे कि सरकार ने अपना वायदा पूरा नहीं किया। गौरतलब है कि अगले महीने बिहार में चुनाव भी होने हैं जहां एनडीए की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है।
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