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This Article is From Aug 30, 2017

नोटबंदी के आंकड़ों पर विपक्ष ने कहा, पूरी कवायद रही बेकार, सरकार बोली, ऐसी टिप्पणी नासमझी भरी

विपक्ष का कहना है कि आरबीआई के आंकड़े बताते हैं कि नोटबंदी की पूरी कवायद बेकार हो गई, क्योंकि पुराने लगभग सारे नोट लोगों ने बदल लिए यानी मुद्रा चलन से बाहर नहीं हुई.

नोटबंदी के आंकड़ों पर विपक्ष ने कहा, पूरी कवायद रही बेकार, सरकार बोली, ऐसी टिप्पणी नासमझी भरी
फाइल फोटो
नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बुधवार को बताया कि 500 रुपये और 1,000 रुपये के पुराने करीब 99 फीसदी नोट वैधानिक तौर पर आरबीआई के पास लौट आए हैं. विपक्ष का कहना है कि आरबीआई के आंकड़े बताते हैं कि नोटबंदी की पूरी कवायद बेकार हो गई, क्योंकि पुराने लगभग सारे नोट लोगों ने बदल लिए यानी मुद्रा चलन से बाहर नहीं हुई. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त पी. चिदंबरम ने बुधवार को नोटबंदी के फैसले को लेकर केंद्र सरकार और आरबीआई पर निशाना साधते हुए कहा कि सिर्फ एक फीसदी प्रतिबंधित नोट वापस नहीं आ सके, यह आरबीआई के लिए शर्म की बात है. चिदंबरम ने सवालिया लहजे में कहा कि क्या मोदी सरकार ने नोटबंदी का यह फैसला काले धन को सफेद करने के लिए लिया था.

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वहीं, सरकार ने नोटबंदी के आंकड़ों पर विपक्ष के बयान को नासमझी में की जा रही टिप्पणी बताया है. उसका कहना है कि ये पूरी प्रक्रिया बहुत कामयाब रही है. इससे बाजार में पैसा आया है, लोगों को आसान दरों पर कर्ज मिला है. आधिकारिक प्रतिक्रिया में सरकार ने कहा है कि नोटबंदी कामयाब रही. वापस आए नोटों के आधार पर कामयाबी या नाकामी की बात नासमझी है.

VIDEO : नोटबंदी के बाद भी कालेधन की ज्यादा बरामदगी नहीं
ये कहना गलत है कि कि जो काला धन बैंक में आया, वह सफेद हो गया है. इतनी बड़ी रकम की वापसी सरकार की उपलब्धि है. अब जमा रकम की वैधता जांचने का मौका है. वित्तीय व्यवस्था में पहली बार 3 लाख करोड़ अतिरिक्त पैसा आया. इसकी वजह से ब्याज दरों में कटौती संभव है. सरकार ने कभी नहीं कहा कि बड़ी रकम नहीं लौटेगी. सरकार की कोशिश शानदार नतीजे ला रही है.

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