विज्ञापन
This Article is From Oct 30, 2017

वार्ताकार की नियुक्ति के बाद भी जारी रहेंगे आतंकवाद विरोधी अभियान : वरिष्ठ रक्षा सूत्र

घाटी से आतंकवादियों का सफ़ाया भी शांति की दिशा में उठाया गया कदम ही है. इसलिए घाटी में सेना के ऑपरेशन में और कश्मीर में वार्ताकार की नियुक्ति के कदम में कोई आपसी विरोधाभास नहीं है.

वार्ताकार की नियुक्ति के बाद भी जारी रहेंगे आतंकवाद विरोधी अभियान : वरिष्ठ रक्षा सूत्र
भारतीय सेना का जवान.
नई दिल्ली: कश्मीर में वार्ताकार की नियुक्ति का राज्य में आतंकवादियों के खिलाफ जारी सैन्य अभियानों पर कोई फर्क़ नहीं पड़ेगा. सरकार को आतंकवादियों के सफाए के लिए जो करना है वह करती रहेगी. आगे भी सुरक्षा बलों द्वारा आतंकवादियों को ढूंढकर सफाए का काम जारी रहेगा. घाटी से आतंकवादियों का सफ़ाया भी शांति की दिशा में उठाया गया कदम ही है. इसलिए घाटी में सेना के ऑपरेशन में और कश्मीर में वार्ताकार की नियुक्ति के कदम में कोई आपसी विरोधाभास नहीं है.

यह भी पढ़ें : राज्य की सत्ता मिली तो जम्मू-कश्मीर के विभिन्न क्षेत्रों को स्वायत्तता देंगे : फारुक अब्दुल्ला

जब दो तीन आतंकवादी हमले हुए और ऐसा लगा कि क्या देश को जवाब नहीं देना चाहिए. तभी सर्जिकल स्ट्राइक की गयी. किसी सर्जिकल स्ट्राइक में कितना अंदर जाना है और कितनी बड़ी सर्जिकल स्ट्राइक करनी है, इसका आकलन सेना द्वारा किया जाता है. बिना राजनीतिक इच्छाशक्ति के सर्जिकल स्ट्राइक होना संभव नहीं है.
VIDEO: चिदंबरम ने कश्मीर पर दिया विवादित बयान

हाल ही में म्यांमार बॉर्डर के पास जो हुआ वो सर्जिकल स्ट्राइक नहीं थी. वो आर्मी की तरफ से एक संतुलित रिस्पांस था जो देश की सीमाओं के अंदर रहते हुए ही किया गया था.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Previous Article
दिल्ली में भारी बारिश के आसार, जानिए मौसम का हाल
वार्ताकार की नियुक्ति के बाद भी जारी रहेंगे आतंकवाद विरोधी अभियान : वरिष्ठ रक्षा सूत्र
बिहार की राजनीति में कब उतर रहे हैं प्रशांत किशोर, किस वोट वैंक पर गड़ाए हुए हैं अपनी नजर
Next Article
बिहार की राजनीति में कब उतर रहे हैं प्रशांत किशोर, किस वोट वैंक पर गड़ाए हुए हैं अपनी नजर
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com