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This Article is From Apr 13, 2017

श्रीनगर लोकसभा उपचुनाव : 38 बूथों पर पुनर्मतदान में सिर्फ 2 फीसदी वोटिंग हुई

श्रीनगर लोकसभा उपचुनाव : 38 बूथों पर पुनर्मतदान में सिर्फ 2 फीसदी वोटिंग हुई
श्रीनगर लोकसभा उपचुनाव के लिए हुए पुनर्मतदान में बुधवार को 38 सीटों पर वोटिंग हुई
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर की श्रीनगर लोकसभा सीट के 38 मतदान केंद्रों पर बुधवार को हुए पुनर्मतदान में सिर्फ 2.02 फीसदी वोटिंग हुई. कश्मीर में यह अब तक का सबसे कम मतदान है. हलांकि, मतदान केंद्रों पर हिंसा की कोई बड़ी वारदात नही हुई. सभी जगह  शांति या फिर कहे खामोशी छाई रही. बडगाम जिले के चादूरा, चरार-ए-शरीफ, खानसाहिब और बीरवाह तहसील के 38 मतदान केंद्रों पर दोबारा मतदान के आदेश दिए गए थे, क्योंकि यहां रविवार को हुए चुनाव के दौरान बिंसा से मतदान ठीक से नही पाया था. यहां भड़की हिंसा में 8 लोगों की मौत हुई थी. 

पिछले बार हुई हिंसा से सबक लेते हुए प्रशासन ने कई तरह के प्रतिबंध लगा दिया थे. सुरक्षा के लिहाज से जिले के कई स्थानों के मतदान केंद्रों का एक ही इमारत में प्रबंध किया गया था. सीआरपीएफ के 300 जवानों की अतिरिक्त तैनाती की गई थी.

सुरक्षा के कड़े इंतजाम के बावजूद डर कहें या फिर आतंकियों की धमकी या फिर चुनाव के प्रति उत्साह ना होने की वजह से मतदान दो फिसदी के आसपास ही सिमट गया. कई पोलिंग बूथों पर जीरो फीसदी वोटिंग हुई. बड़गाम के जिन इलाकों में मतदान हुआ वहां अलगावादियों ने बंद का ऐलान भी किया था. लोगों से मतदान का बहिष्कार करने की अपील की थी. यहां पर नौ अप्रैल को हुए चुनाव में कुल 7.12 फीसदी मतदान रिकॉर्ड किया गया था.

श्रीनगर चुनावी क्षेत्र में कुल नौ उम्मीदवार मैदान में उतरे. मुख्य मकाबला नेशनल कांफ्रेंस के डा फारुक अब्दुल्ला और पीडीपी के नजीर अहमद खान के बीच है. मतगणना शनिवार को होगी.

वहीं इसी से जुड़ी हिंसा को लेकर वीडियो जारी हुआ है, जिसमें दिखाया गया है कि उपद्रवियों और पत्थरबाजों का सामना हमारे सुरक्षाबल किस संयम के साथ करते हैं उसकी एक बानगी इन तस्वीरों में दिखाई दे रही है. वीडियो में श्रीनगर में रविवार को चुनाव के बाद ड्यूटी से लौट रहे सीआरपीएफ जवान दिखाई दे रहे हैं, जिन पर कुछ लोग हमला कर रहे हैं. उन्हें पैरों से मारा जा रहा है. उनके सिर पर हमला कर हेलमेट फेंक दिया गया, लेकिन इन सबके बीच जवान अपना संयम नहीं खोते और चुपचाप चलते रहते हैं. यह वीडियो बडगाम का है. यह वह सच बताता है जिससे हम अपने आपको अक्सर बेखबर रखते हैं. सोशल मीडिया में यह वीडियो वायरल हो गया है. सुरक्षा बलों पर हमला करने वाले कोई आतंकवादी नहीं, बल्कि वहां के कुछ स्थानीय लोग हैं, जिन्होंने सुरक्षा बलों को जबरन एक पोलिंग स्टेशन छोड़ने को मजबूर किया.
 

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