पीएम नरेंद्र मोदी की फाइल फोटो
नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुस्लिम धर्मगुरुओं के साथ हालिया मुलाकात और हाल के सदस्यता अभियान में बड़ी संख्या में अल्पसंख्यकों के भाजपा से जुड़ने के दावे की पृष्ठभूमि में पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष अब्दुल रशीद अंसारी ने रविवार को कहा कि बीते एक साल के राजग सरकार के 'निष्पक्ष कामकाज' के कारण मुस्लिम समुदाय के बीच 'गलतफहमियां' दूर हो गई हैं।
अंसारी ने कहा, 'चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में तरह-तरह की बातें की गई थीं। एक तरह से अल्पसंख्यकों के बीच डर पैदा करने की कोशिश की गई थी। हमारे विरोधियों ने पहले से भाजपा को लेकर गलतफहमियां पैदा कर रखी थी। परंतु मोदी जी के नेतृत्व में एक साल के निष्पक्ष कामकाज और सबका साथ, सबका विकास की नीति ने इन गलतफहमियों को दूर कर दिया है।'
हालिया सदस्यता अभियान में अल्पसंख्यक मोर्चा द्वारा 30 लाख से अधिक लोगों को भाजपा से जोड़ने का दावा करते हुए रशीद ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार अल्पसंख्यकों के लिए काम के लिहाज से संप्रग सरकार से बेहतर है।
उन्होंने कहा, 'बीते एक साल के कार्यकाल पर आप गौर करेंगे तो आप पाएंगे अल्पसंख्यकों के कल्याण और विकास के लिहाज से यह सरकार पिछली सरकार से कहीं बेहतर है। वे सिर्फ बातें करते थे, लेकिन मोदी सरकार काम करने में यकीन करती है। इसका नतीजा दिख रहा है कि अब मुस्लिम समुदाय के लोग हमसे बड़ी संख्या में जुड़े हैं।'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से हाल ही में मुस्लिम समुदाय के 30 धर्मगुरुओं से मुलाकात करने के संदर्भ में अंसारी ने कहा, 'यह एक अच्छी शुरुआत है। वैसे प्रधानमंत्री ने पहले भी मुस्लिम और ईसाई समुदाय के धर्मगुरुओं से मुलाकात की थी। प्रधानमंत्री ने अपने इस कदम से साफ संकेत दिया है कि सरकार के दरवाजे सबके लिए खुले हुए हैं।'
मोदी ने पिछले दिनों मुस्लिम समुदाय के धर्मगुरुओं से मुलाकात की थी और इस दौरान भरोसा दिलाया कि वह उनके मुद्दों को हल करने के लिए हमेशा उपलब्ध हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा के हालिया सदस्यता अभियान के दौरान अल्पसंख्यक मोर्चा ने 30 लाख से अधिक लोगों को पार्टी से जोड़ा, हालांकि अंसारी ने यह भी कहा कि यह बता पाना अभी संभव नहीं है कि इनमें अलग-अलग समुदायों से कितने लोग हैं।
अंसारी ने कहा, 'हमारे मोर्चे ने देश भर में 30 लाख से अधिक लोगों को पार्टी से जोड़ा है। यह बता पाना अभी संभव नहीं है कि मुस्लिम, सिख, ईसाई अथवा दूसरे समुदायों के कितने लोग इसमें शामिल हैं।'
अंसारी ने कहा, 'चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में तरह-तरह की बातें की गई थीं। एक तरह से अल्पसंख्यकों के बीच डर पैदा करने की कोशिश की गई थी। हमारे विरोधियों ने पहले से भाजपा को लेकर गलतफहमियां पैदा कर रखी थी। परंतु मोदी जी के नेतृत्व में एक साल के निष्पक्ष कामकाज और सबका साथ, सबका विकास की नीति ने इन गलतफहमियों को दूर कर दिया है।'
हालिया सदस्यता अभियान में अल्पसंख्यक मोर्चा द्वारा 30 लाख से अधिक लोगों को भाजपा से जोड़ने का दावा करते हुए रशीद ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार अल्पसंख्यकों के लिए काम के लिहाज से संप्रग सरकार से बेहतर है।
उन्होंने कहा, 'बीते एक साल के कार्यकाल पर आप गौर करेंगे तो आप पाएंगे अल्पसंख्यकों के कल्याण और विकास के लिहाज से यह सरकार पिछली सरकार से कहीं बेहतर है। वे सिर्फ बातें करते थे, लेकिन मोदी सरकार काम करने में यकीन करती है। इसका नतीजा दिख रहा है कि अब मुस्लिम समुदाय के लोग हमसे बड़ी संख्या में जुड़े हैं।'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से हाल ही में मुस्लिम समुदाय के 30 धर्मगुरुओं से मुलाकात करने के संदर्भ में अंसारी ने कहा, 'यह एक अच्छी शुरुआत है। वैसे प्रधानमंत्री ने पहले भी मुस्लिम और ईसाई समुदाय के धर्मगुरुओं से मुलाकात की थी। प्रधानमंत्री ने अपने इस कदम से साफ संकेत दिया है कि सरकार के दरवाजे सबके लिए खुले हुए हैं।'
मोदी ने पिछले दिनों मुस्लिम समुदाय के धर्मगुरुओं से मुलाकात की थी और इस दौरान भरोसा दिलाया कि वह उनके मुद्दों को हल करने के लिए हमेशा उपलब्ध हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा के हालिया सदस्यता अभियान के दौरान अल्पसंख्यक मोर्चा ने 30 लाख से अधिक लोगों को पार्टी से जोड़ा, हालांकि अंसारी ने यह भी कहा कि यह बता पाना अभी संभव नहीं है कि इनमें अलग-अलग समुदायों से कितने लोग हैं।
अंसारी ने कहा, 'हमारे मोर्चे ने देश भर में 30 लाख से अधिक लोगों को पार्टी से जोड़ा है। यह बता पाना अभी संभव नहीं है कि मुस्लिम, सिख, ईसाई अथवा दूसरे समुदायों के कितने लोग इसमें शामिल हैं।'
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