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This Article is From Sep 29, 2017

आज ही भारत ने पाक में घुसकर ऐसे लिया था बदला, पढ़ें पूरी कहानी

पिछले साल 28-29 सितंबर की दरमियानी रात को भारतीय सेना ने एलओसी पार करके आतंकी लॉन्च पैड पर हमले किए थे. सर्जिकल स्ट्राइक में करीब 50 आतंकी मारे गए थे.

आज ही भारत ने पाक में घुसकर ऐसे लिया था बदला, पढ़ें पूरी कहानी
पठानकोट, पुंछ और उरी में पाकिस्तान ने जब हद पार कर दी तो भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक कर इसका कड़ा जवाब दिया.
नई दिल्ली: सर्जिकल स्ट्राइक के तहत एक साल पहले आज ही के दिन पाकिस्तान में घुस कर आतंकियों के कैंप को भारतीय सेना ने ध्वस्त कर दिया था. पठानकोट, पुंछ और उरी में पाकिस्तान ने जब हद पार कर दी तो भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक कर इसका कड़ा जवाब दिया. पिछले साल 28-29 सितंबर की दरमियानी रात को भारतीय सेना ने एलओसी पार करके आतंकी लॉन्च पैड पर हमले किए थे. सर्जिकल स्ट्राइक में करीब 50 आतंकी मारे गए थे और कई आतंकी कैंप पूरी तरह से तबाह भी हुए थे. सरकार ने बाद में पैरा कमांडोज की सर्जिकल स्ट्राइक के ऑपरेशन की कहानी शेयर की थी. 

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सर्जिकल स्ट्राइक में पैरा रेजिमेंट के 4th और 9th बटालियान के एक कर्नल, पांच मेजर, दो कैप्टन, एक सूबेदार, दो नायब सूबेदार, तीन हवलदार, एक लांस नायक और चार पैराट्रूपर्स ने सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था. मेजर रोहित सूरी के नेतृत्व में 28-29 सितंबर की रात को आठ कमांडोज की टीम पाक अधिकृत कश्मीर के लिए रवाना हुई थी. सर्जिकल स्ट्राइक से पहले मेजर सूरी ने पूरे इलाके की रेकी की और जवानों को इंतजार करने को कहा. सुबह छह बजे होते ही भारतीय सेना आतंकियों पर टूट पड़े. इस दौरान मेजर सूरी ने जान की परवाह किए बिना दो आतंकियों का पीछा कर उन्हें नजदीक जाकर मार गिराया. 

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surgical strike

जब एक दिन पहले सूबेदार ने किया था बॉर्डर पार और फिर...
नायब सूबेदार विजय कुमार को आतंकवादियों पर नजर बनाए रखने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक से एक दिन पहले ही पाक अधिकृत कश्मीर में भेज दिया गया था. सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान विजय कुमार ने जान की परवाह किए बैगर दो आतंकियों को मार गिराया और उनकी मशीनगनों को तबाह कर दिया. इसके बाद भी एक आतंकी ताबड़तोड़ फायरिंग कर रहा था जिसे विजय कुमार ने बड़ी बहादुरी के साथ मार गिराया. 

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surgical strike

सर्जिकल स्ट्राइक से दो दिन पहले ही रवाना हो गए थे मेजर रजत चंद्रा
वहीं मेजर रजत चंद्रा की टीम सर्जिकल स्ट्राइक से दो दिन पहले 27 सितंबर को पाक अधिकृत कश्मीर के लिए रवाना हो गए थे. यहां उनकी टीम दो दिनों तक आतंकवादियों के लॉन्चपैड्स पर नजर बनाए हुए थे. जैसे ही मेजर सूरी की टीम ने जब पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकियों पर हमला बोला तो उससे कुछ देर पहले ही मेजर रजत की टीम ने आतंकियों के हथियारों के भंडार को नष्ट कर दिया. इस दौरान एक आतंकी जब फायरिंग कर रहा था तो मेजर रजत ने जमीन पर रेंगते हुए आतंकी के पास पहुंचे और उसे मार गिराया. 
 
surgical strike

इस ऑपरेशन में दौरान एक पैराट्रूपर हुआ था घायल
इस ऑपरेशन के दौरान कोई भी भारतीय जवान शहीद नहीं हुआ लेकिन एक पैराट्रूपर घायल हुआ. सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान पैराट्रूपर ने देखा कि दो आतंकी एक टीम पर हमला करने वाले है तो उसने उनका पीछा किया और इस दौरान उसका पैर एक माइन पर पड़ गया. इसके बाद हुए धमाके में उसके दायां पंजा उड़ गया. इसके बाद भी उस पैराट्रूपर ने जान की परवाह न करते हुए एक आतंकी को मार गिराया. 

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