दिल्ली में अब शराब की दुकानें डिस्काउंट पर शराब नहीं दे सकेंगी. दिल्ली सरकार ने इस संबंध में सोमवार को आदेश जारी किया. दिल्ली के एक्साइज कमिश्नर ने आदेश जारी कर कहा कि अब दुकानदार शराब की MRP पर किसी भी तरह का कंसेशन रिबेट या डिस्काउंट नहीं देंगे.
आदेश में कहा गया कि सरकार ने डिस्काउंट देने की इजाजत इसलिए दी थी ताकि ग्राहक को चॉइस मिल सके और साथ ही बाजार में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के जरिए सही प्राइस पर पहुंचा जा सके. जिस तरह का डिस्काउंट दिया गया वह सरकार की मंशा नहीं थी.'
उन्होंने कहा, "शराब दुकानदारों ने सोशल मीडिया में भी इसका प्रचार किया. साथ ही बैनर और होर्डिंग भी लगवाए जिसकी इजाज़त नहीं थी."
दिल्ली में दुकानदार शराब पर डिस्काउंट दे रहे थे. शराब पर डिस्काउंट के चलते दुकानों के बाहर भीड़ लग रही थी और कानून व्यवस्था की भी समस्या हो रही थी.
इससे पहले, 15 फरवरी को दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (DDMA) ने कोरोना महामारी के बीच शराब की दुकानों पर भीड़ जमा होने को लेकर शराब विक्रेताओं को चेतावनी दी थी. डीडीएमए ने कहा था कि शराब की दुकानों पर कोरोना नियमों का पालन न करने पर लाइसेंस निरस्त किया जा सकता है.
हाल के समय में दिल्ली के कई इलाकों में शराब की दुकानों पर शराब पीने वालों की लंबी कतारें देखी गईं क्योंकि कुछ दुकानों ने विभिन्न ब्रांड की शराब पर छूट की पेशकश की थी. राजधानी के जहांगीरपुरी, शाहदरा और मयूर विहार सहित कई अन्य इलाकों में शराब की दुकानों ने कुछ ब्रांड पर 35 प्रतिशत तक की छूट की पेशकश की थी.
पूर्वी दिल्ली में शराब की दुकान के एक कर्मचारी ने कहा कि शराब की दुकानों को मार्च के अंत तक अपना स्टॉक खत्म करना है क्योंकि नए वित्तीय वर्ष में लाइसेंस का नवीनीकरण किया जाएगा. उन्होंने कहा, "कुछ ऐसे ब्रांड भी हैं, जिनकी बिक्री नहीं हुई है. खुदरा दुकानदार इन पर छूट और विशेष ऑफ़र दे रहे हैं, जैसे 'एक खरीदें, एक मुफ्त पाएं.' इस तरीके से स्टॉक खत्म करने की कोशिश हो रही है."
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