जयपुर:
आगामी लोकसभा चुनाव के बाद फिर से गठबंधन सरकार यानी संप्रग-3 को कांग्रेस स्वीकार करती नजर आ रही है क्योंकि उसके चिन्तन शिविर की चर्चाओं में ये बात उभरकर सामने आई है कि विभाजित जनादेश को देखते हुए कुछ राज्यों और केन्द्र में ऐसा करना आवश्यक हो गया है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि संप्रग-3 के अलावा कोई चारा नहीं है। सूचना प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने कहा कि गठबंधन वास्तविकता है। हमें अपने मित्रों और सहयोगियों को साथ रखना होगा।
जगमीत सिंह बरार ने कहा कि गठबंधन का अभी विकल्प नहीं है। जिन राज्यों में पार्टी का आधार कम है, वहां मेहनत करने की जरूरत है।
उधर, उत्तर प्रदेश कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप माथुर ने कहा कि सपा बसपा से समर्थन उत्तर प्रदेश में पार्टी के लिए बहुत महंगा पड़ा है। उन्होंने प्रदेश में ‘एकला चलो’ की वकालत की।
लोकसभा में 1984 के बाद से किसी भी दल को अपने बूते बहुमत नहीं मिला है और तबसे लगातार गठबंधन सरकारें बन रही हैं।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि संप्रग-3 के अलावा कोई चारा नहीं है। सूचना प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने कहा कि गठबंधन वास्तविकता है। हमें अपने मित्रों और सहयोगियों को साथ रखना होगा।
जगमीत सिंह बरार ने कहा कि गठबंधन का अभी विकल्प नहीं है। जिन राज्यों में पार्टी का आधार कम है, वहां मेहनत करने की जरूरत है।
उधर, उत्तर प्रदेश कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप माथुर ने कहा कि सपा बसपा से समर्थन उत्तर प्रदेश में पार्टी के लिए बहुत महंगा पड़ा है। उन्होंने प्रदेश में ‘एकला चलो’ की वकालत की।
लोकसभा में 1984 के बाद से किसी भी दल को अपने बूते बहुमत नहीं मिला है और तबसे लगातार गठबंधन सरकारें बन रही हैं।