
नीतीश कुमार (फाइल फोटो)
नीतीश कुमार पिछले 12 वर्षों में छठी बार बिहार के मुख्यमंत्री बने हैं. इससे पिछले बार तीन साल पहले लोकसभा चुनावों में पार्टी की करारी शिकस्त के बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. उस वक्त जीतन राम मांझी मुख्यमंत्री बने थे लेकिन बाद में सियासी ड्रामे के बीच फरवरी, 2015 में नीतीश कुमार फिर सत्ता में लौटे. हालांकि अबकी बार महज 24 घंटे में इस्तीफा देने के बाद एक बार फिर उन्होंने बीजेपी के समर्थन की बदौलत वापसी की है. आइए जानें उनसे जुड़ी 5 बातें :
1.एक मार्च, 1951 को नालंदा जिले के बख्तियारपुर गांव में नीतीश कुमार का जन्म हुआ. 1972 में इलेक्ट्रिल इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद बिहार राज्य बिजली बोर्ड में कुछ समय नौकरी की.
2. 1974 से 1977 के दौरान जयप्रकाश नारायण के आंदोलन के साथ जुड़कर सियासी सफर शुरू किया.
यह भी पढ़ें: नीतीश जिधर सत्ता दिखती है, वहीं चले जाते हैं : लालू यादव
3. अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में 2001-04 के दौरान भूतल परिवहन, कृषि और रेलवे मंत्री रहे. बिहार में सबसे पहले 2000 में महज सात दिनों के लिए राज्य के मुख्यमंत्री रहे.
4. नवंबर 2005 में बीजेपी के साथ गठजोड़ करके बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ा और उसके बाद 17 मई 2014 तक लगातार मुख्यमंत्री रहे.
VIDEO- नीतीश कुमार ने ली शपथ
5. 2013 में जब नरेंद्र मोदी को बीजेपी ने प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया तो सैद्धांतिक विरोध की बात कहते हुए नीतीश कुमार ने बीजेपी से नाता तोड़ लिया. नरेंद्र मोदी के जीतने के अगले ही दिन 17 मई, 2014 को पार्टी के खराब प्रदर्शन का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया. उसके बाद लालू प्रसाद के साथ गठबंधन बनाया. अब चार साल बाद फिर से बीजेपी से नाता जोड़कर मुख्यमंत्री बने.
1.एक मार्च, 1951 को नालंदा जिले के बख्तियारपुर गांव में नीतीश कुमार का जन्म हुआ. 1972 में इलेक्ट्रिल इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद बिहार राज्य बिजली बोर्ड में कुछ समय नौकरी की.
2. 1974 से 1977 के दौरान जयप्रकाश नारायण के आंदोलन के साथ जुड़कर सियासी सफर शुरू किया.
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3. अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में 2001-04 के दौरान भूतल परिवहन, कृषि और रेलवे मंत्री रहे. बिहार में सबसे पहले 2000 में महज सात दिनों के लिए राज्य के मुख्यमंत्री रहे.
4. नवंबर 2005 में बीजेपी के साथ गठजोड़ करके बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ा और उसके बाद 17 मई 2014 तक लगातार मुख्यमंत्री रहे.
VIDEO- नीतीश कुमार ने ली शपथ
5. 2013 में जब नरेंद्र मोदी को बीजेपी ने प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया तो सैद्धांतिक विरोध की बात कहते हुए नीतीश कुमार ने बीजेपी से नाता तोड़ लिया. नरेंद्र मोदी के जीतने के अगले ही दिन 17 मई, 2014 को पार्टी के खराब प्रदर्शन का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया. उसके बाद लालू प्रसाद के साथ गठबंधन बनाया. अब चार साल बाद फिर से बीजेपी से नाता जोड़कर मुख्यमंत्री बने.
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