पीएनबी घोटाले में भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी की बहन उसके पति ने उनके पति को सरकारी गवाह यानी अभियोजन पक्ष का गवाह बनाने की अनुमति दे दी गई है. उन्हें मामले में मुंबई की एक अदालत से पहले ही मंजूरी मिल चुकी है. प्रवर्तन निदेशालय को दिए अपने बयान में पूर्वी मोदी ने अपने नाम पर रखे गए बैंक खातों और परिसंपत्तियों के बारे में विवरण दिया है और एक ट्रस्ट जिसमें मुंबई में 19.5 करोड़ रुपये का एक फ्लैट शामिल है, न्यूयॉर्क में दो फ्लैट जिनकी कीमत 220 करोड़ है, स्विस बैंकों में दो खाते जिनमें 270 करोड़ हैं, लंदन में 62 करोड़ की कीमत का एक फ्लैट, और मुंबई में एक बैंक खाता जिसमें 1.92 करोड़ की रकम है.
पूर्वी मोदी एक बेल्जियम की नागरिक हैं, जबकि उनके पति मियांक मेहता ब्रिटिश नेशनल हैं. दोनों ने पिछले साल मुम्बई में विशेष अदालत में अर्जी दाखिल की थी और मामले में माफी मांगी थी. महिला ने अदालत से कहा था कि वह मामले में एक मुख्य आरोपी नहीं है और केवल प्रवर्तन निदेशालय द्वारा एक मामूली हिस्सा आवंटित किया गया था, जो मामले की जांच कर रहा है.
क्षमा के लिए अपने आवेदन में, उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने सभी जानकारी और दस्तावेज प्रदान करके एजेंसी के साथ पूर्ण सहयोग किया है. एजेंसी ने उनके आवेदन का समर्थन भी किया था, इस शर्त के साथ कि वे जानकारी में और अपनी व्यक्तिगत क्षमता में मामले के तथ्यों के बारे में पूर्ण प्रकटीकरण करते हैं. मामले से संबंधित उनकी कंपनियों के लिए क्षमा नहीं.
आपको बता दें कि मनी लांड्रिंग निरोधक कानून (पीएमएलए) के तहत मामलों को देखने वाले विशेष न्यायाधीश वी सी बर्डे ने 4 जनवरी को सरकरी गवाह बनने को लेकर पूर्वी द्वारा दिये गये आवेदन को स्वीकार कर लिया. आदेश मंगलवार 5 जनवरी को उपलब्ध कराया गया. अदालत ने कहा कि मामले में माफी मांगने के बाद आरोपी (पूर्वी अग्रवाल) अब सरकारी गवाह होगी. बेल्जियम की नागरिक पूर्वी प्रवर्तन निदेशाल्य द्वारा दर्ज मामले में आरोपी है.
अदालत ने आदेश में कहा था, ‘‘आरोपी फिलहाल विदेश में रह रही है. उसे अदालत के समक्ष उपस्थित होने का निर्देश दिया जाएगा. इसके लिये अभियोजन पक्ष जरूरी कदम उठाएगा.''अपने माफी आवेदन में पूर्वी मोदी ने कहा कि वह मुख्य अभियुक्त नहीं है और जांच एजेंसियों ने उसकी सीमित भूमिका ही बताई है. उसने कहा कि जरूरी सूचना और दसतावेज उपलब्घ कराते हुये प्रवर्तन निदेशालय के साथ पूरी तरह से सहयोग किया है. जांच एजेंसियों के मुताबिक नीरव मोदी और उनके मामा मेहुल चोकसी ने कुछ बैंक अधिकारियों के साथ मिलकर पंजाब नेशनल बैंक को 14,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की. यह धोखाधड़ी गारंटी पत्र के जरिये की गई.
(इनपुट एजेंसी भाषा से भी)
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