राजस्थान (Rajasthan) के कोटा शहर (Kota) में एक सरकारी अस्पताल में कुछ घंटे के अंतराल पर 9 नवजात बच्चों की मौत हो गई. अधिकारियों ने बताया कि जेके लोन अस्पताल (JK Lone Hospital) में एक से चार दिन के पांच बच्चों की मौत बुधवार रात हो गई, जबकि चार बच्चों की मौत बृहस्पतिवार को हुई. बच्चों की मौत के मामले में यह अस्पताल पिछले साल दिसंबर में सुर्खियों में रहा था. स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा (Raghu Sharma) ने जांच का आदेश दिया है और इस संबंध में अस्पताल से एक रिपोर्ट मांगी है.
जेके लोन अस्पताल के सुप्रीटेंडेंट सुरेश दुलारा ने कहा कि सभी बच्चों की मौत सामान्य है. उनकी मौत किसी इंफेक्शन या अन्य बीमारी से नहीं हुई है. कोटा मेडिकल कॉलेज की ओर से स्वास्थ्य मंत्रालय जो रिपोर्ट भेजी गई है उसके अनुसार, तीन नवजात जब अस्पताल लाए गए थे, तो वो पहले से मृत थे. अन्य की मौत भी सामान्य थी.
बच्चों की मौत की जानकारी मिलने के बाद गुरुवार को डिवीजनल कमिश्नर केसी मीणा और कोटा के जिलाधिकारी उज्ज्वल राठौड़ ने अस्पताल का दौरा किया. जिसके बाद एक मीटिंग बुलाई गई. कमिश्नर ने स्वास्थ्य प्रशासन को फौरन 6 अतिरिक्त डॉक्टर और 10 नर्सों को तैनात करने और स्थिति पर नजर बनाए रखने के निर्देश दिए. साथ ही शुक्रवार तक एक नया वार्ड बनाने को भी कहा.
इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने जांच के आदेश दिए हैं. साथ ही राज्य के सभी मेडिकल कॉलेज के प्राध्यापकों को निर्देश दिया है कि नवजातों के मामले में विशेष ध्यान रखा जाए. बता दें कि पिछले साल दिसंबर में जेके लोन अस्पताल में 100 से ज्यादा बच्चों की मौत के मामले ने काफी तूल पकड़ा था. इसको लेकर गहलोत सरकार की काफी आलोचना हुई थी.
VIDEO: कोटा : मासूमों की मौत का जिम्मेदार कौन?
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