सेना की फायरिंग में मारुति कार में सवार दो युवकों की मौत हो गई थी
जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले में 3 नवंबर को सेना द्वारा की गई फायरिंग में दो युवकों की मौत के मामले में सैन्य अदालत ने एक जेसीओ समेत नौ जवानों को दोषी करार दिया है।
इस घटना को लेकर घाटी में जबरदस्त विरोध प्रदर्शन हुए थे। सेना ने भी इस मामले में अपनी गलती स्वीकार की थी और कहा था कि कसूरवार पाए जाने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
थलसेना के उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल डी एस हुड्डा ने कहा था कि बडगाम के छत्तरगाम में जो कुछ हुआ, हम उसकी जिम्मेदारी लेते हैं। उन्होंने कहा था कि जमीनी स्तर पर काम करते वक्त गलतियां होती हैं और हर बार सबक मिलते हैं।
गौरतलब है कि बडगाम जिले के छत्तरगाम इलाके में उस वक्त दो युवकों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए थे, जब सैन्यकर्मियों ने उनकी मारुति कार पर गोली चला दी थी।
सेना ने शुरू में दावा किया था सुरक्षा बलों को सूचना मिली थी कि इलाके में आतंकी आ सकते है, इसी वजह से जगह-जगह नाके लगाए गए थे और जब कार में सवार युवक छत्तरगाम के तीसरे पोस्ट पर भी नहीं रुके, तो उन्होंने फायरिंग की। हालांकि युवकों के परिजनों ने आरोप लगाया था कि जवानों ने बिना कोई चेतावनी दिए फायरिंग शुरू कर दी थी।
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