नई दिल्ली:
देशभर में साल 2010 को विदाई देने और नूतन वर्ष 2011 के अभिनंदन के लिए हर्षोल्लास का माहौल है। नए साल के स्वागत के लिए लोग पलक-पांवड़े बिछाए हैं। इस अवसर पर होटलों, रेस्तरांओं, नाइट क्लबों को दुल्हन की तरह सजाया गया है। दुनिया में सबसे पहले न्यूजीलैंड और आस्ट्रेलिया में नए साल का स्वागत किया गया। पूर्वोत्तर सहित देश के अन्य राज्यों में नववर्ष पर रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किए गए। हिमाचल में जहां लोग बर्फबारी के बीच नए साल का स्वागत करने के लिए तैयार दिखे वहीं गोवा में रेड अलर्ट के बावजूद बड़ी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक पहुंचे। इस बीच देशभर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए। दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर भीड़भाड़ वाले स्थानों पर चौकसी बढ़ा दी है और यातायात व्यवस्था सुचारु करने के लिए कनाट प्लेस की तरफ आने वाले मार्गों को शाम सात बजे ही बंद कर दिया। राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने नूतन वर्ष की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को शुभकामनाएं देते हुए आशा व्यक्त की कि आने वाला साल देश की जनता के लिए शांति, सद्भाव और चहुंमुखी प्रगति लेकर आएगा। जम्मू एवं कश्मीर में चार महीने तक प्रदर्शनों और हिंसा का दौर जारी रहने के बावजूद पर्यटन स्थल गुलमर्ग में शुक्रवार को नए साल का जश्न मनाने के लिए तकरीबन 500 पर्यटक पहुंचे। यहां फिलहाल ताजा बर्फबारी हुई है। हिमाचल प्रदेश की राजधानी में पिछले आठ साल में पहली बार नव वर्ष की पूर्व संध्या पर शुक्रवार को हिमपात हुआ। सैलानी तीन-चार दिन तक ही बर्फ की इस चादर का आनंद ले सकेंगे। शिमला के अलावा उसके नजदीकी पर्यटक स्थलों कुफ्री, फागू, नालदेहरा और नारकांडा भी बर्फ से ढक गए हैं, यहां भी लोग नए साल के स्वागत के लिए इकट्ठे हुए हैं। बिहार की राजधानी पटना में फूल और ग्रीटिंग कार्ड्स बेचने वाली जगहों पर लोगों का हुजूम है तो होटलों में डीजे नाइट व भारतीय और इतालवी फूड तक की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा पिकनिक स्थलों पर भी लोगों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। पटना में नववर्ष के पहले दिन संजय गांधी जैविक उद्यान में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। उद्यान में सुरक्षा के मद्देनजर छह से ज्यादा दंडाधिकारियों को नियुक्ति किया गया है। नववर्ष के पहले दिन उद्यान में 20,000 से ज्यादा लोगों के आने की संभावना है। भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। मध्य प्रदेश भी वर्ष 2010 को विदाई देने और 2011 के स्वागत के लिए तैयार है। लोग जश्न मनाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते। यही कारण है कि इस मौके पर प्रदेश के पर्यटन स्थलों से लेकर होटलों, रेस्तरांओं ओर अन्य प्रमुख स्थानों पर आसानी से जगह मिलना मुश्किल हो गया है। इसी तरह, उत्तर प्रदेश के निवासी साल 2010 को अलविदा कहकर इक्कीसवीं सदी के एक नए दशक के स्वागत के लिए तैयार हैं। लखनऊ सहित प्रदेश के विभिन्न शहरों के होटल, क्लब, वाटरपार्क और डिस्कोथेक में नए साल, 2011 के जश्न के लिए पूरे इंतजाम किए गए हैं। कानपुर, इलाहबाद, वाराणसी जैसे शहरों के होटल और रेस्तरां नए साल के मौके पर पूरी तरह से भरे हुए हैं।
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