खास बातें
- बीजेपी नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि बीजू जनता दल के नेता नवीन पटनायक और अन्नाद्रमुक नेता जयललिता पहले से संगमा के समर्थन में हैं और देश की हालत देखते हुए हम मैदान खाली नहीं छोड़ेंगे।
नई दिल्ली: राष्ट्रपति चुनाव में पीए संगमा की उम्मीदवारी को समर्थन की घोषणा करते हुए बीजेपी ने कहा कि एनडीए ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को लेकर औपचारिक और अनौपचारिक तौर पर कई वार्ताएं कीं, लेकिन घटक दलों में एक राय नहीं बन पाई।
बीजेपी नेता सुषमा स्वराज ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि प्रमुख विपक्षी दल होने के नाते बीजेपी ने राष्ट्रपति पद के लिए पीए संगमा की उम्मीदवारी का समर्थन करने का फैसला किया है।
सुषमा ने कहा कि बीजू जनता दल के नेता नवीन पटनायक और अन्नाद्रमुक नेता जयललिता पहले से ही संगमा के समर्थन में हैं और देश की हालत देखते हुए हम मैदान खाली नहीं छोड़ेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि हम मुख्य विपक्षी दल हैं और सत्तासीन यूपीए ने सबसे बड़े संवैधानिक पद के चुनाव के दौरान हमारी अनदेखी की, हमसे कोई विचार-विमर्श नहीं किया गया, तथा प्रणब मुखर्जी के नाम की घोषणा करने के बाद ही हमें सूचना दी गई।
बीजेपी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने भी कहा कि राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी को लेकर यूपीए द्वारा प्रणब मुखर्जी के नाम पर हमसे कोई राय नहीं ली गई। इसके साथ ही जेटली ने एनडीए के घटक दलों से संगमा को समर्थन की भी अपील की। उन्होंने जेडीयू से कहा कि वह अपने फैसले पर फिर विचार करे।
एनडीए में फूट को लेकर उन्होंने कहा कि संगमा को समर्थन से एनडीए पर कोई असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि अगर हमारा कोई घटक दल समर्थन नहीं भी करेगा तो हम मान लेंगे कि किसी एक विचार पर सहमति नहीं बनी। दरअसल, एनडीए एक परिपक्व गठबंधन है, इसलिए उसके टूटने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता है।