अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति पद की शपथ ग्रहण करने से पहले ही जिम्मेदारी संभाल ली है और इसी बीच उन्होंने प्रतिनिधि सभा के सदस्य माइकल वाल्ट्ज को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की जिम्मेदारी सौंप दी है. एपी के मुताबिक इस मामले की जानकारी रखने वाले एक व्यक्ति ने सोमवार को यह जानकारी दी. बता दें कि वाल्ट्ज ‘आर्मी नेशनल गार्ड' के सेवानिवृत्त अधिकारी और पूर्व सैनिक रह चुके हैं.
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनने पर माइक के सामने होंगे कई चैलेंज
- माइक 2019 से फ्लोरिडा के सांसद रहे हैं.
- 2020 के इलेक्शन को लेकर वह ट्रंप के समर्थक रहे हैं.
- उन्होंने 4 साल तक एक्टिव आर्मी ड्यूटी की है. अफ्गानिस्तान, मिडल ईस्ट में वह पोस्टिड रहे हैं.
- रूस-यूक्रेन युद्ध से लेकर नॉर्थ कोरिया या फिर मिडल ईस्ट तक उनके सामने कई चैलेंज रहेंगे.
- चीन के खिलाफ भी उनका सख्त रवैया है.
चीन के बड़े आलोचक हैं माइक वाल्ट्ज
20 जनवरी के शपथ ग्रहण से पहले ट्रंप अपनी टीम चुन रहे हैं. माइक वाल्ट्ज को चीन का आलोचक माना जाता है और ऐसे में उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार चुनना अहम माना जाता है. वह संसद में इंडिया कॉकस के को-चेयर हैं. हालांकि, अभी तक इसका आधिकारिक ऐलान भी नहीं हुआ है. साथ ही इस अपॉइंटमेंट के लिए उन्हें सीनेट की मंजूरी भी नहीं लेनी होगी.
ट्रम्प सीनेटर मार्को रुबियो को विदेश मंत्री कर सकते हैं नियुक्त
न्यूयॉर्क टाइम्स और अन्य अमेरिकी न्यूजपेपर के मुताबिक नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प सीनेटर मार्को रुबियो को अपना विदेश मंत्री नियुक्त कर सकते हैं. जानकारी के मुताबिक, ट्रम्प ने इस साल की शुरुआत में रुबियो को अपना उप-राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुनने पर विचार किया था.
ट्रंप ने एलिस स्टेफनिक को संयुक्त राष्ट्र में अगले अमेरिकी राजदूत के रूप में नामित किया
सीएनएन की एक रिपोर्ट के अनुसार, नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रिपब्लिकन प्रतिनिधि एलिस स्टेफनिक को संयुक्त राष्ट्र में अगले अमेरिकी राजदूत के रूप में नामित किया है. ट्रम्प ने एक बयान में स्टेफनिक की तारीफ करते हुए उन्हें "एक अविश्वसनीय रूप से मजबूत, कठोर और बुद्धिमान अमेरिका फर्स्ट फाइटर" बताया.