प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली:
देश की राजधानी दिल्ली जरा भी सुरक्षित नहीं है. अपराध के मामले में दिल्ली टॉप पर है. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के गुरुवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक 2016 में दिल्ली में देश के 19 प्रमुख शहरों के मुकाबले सबसे अधिक अपराध के साथ बलात्कार के भी सर्वाधिक मामले दर्ज किये गए. राष्ट्रीय राजधानी हत्या, अपहरण, किशोरों की संलिप्तता वाले संघर्ष एवं आर्थिक अपराधों के मामले में भी पहले स्थान पर रहा.
बीस लाख से अधिक की आबादी वाले 19 प्रमुख शहरों में पिछले साल महिलाओं के खिलाफ कुल 41,761 मामले दर्ज किये गए. इनमें से 33 प्रतिशत यानी 13,803 मामले अकेले दिल्ली में सामने आए. इसके बाद मुंबई का नंबर आता है, जहां महिलाओं के खिलाफ करीब 12.3 फीसदी (5,128) मामले दर्ज किये गए.
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एनसीआरबी के आंकड़े के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी में महिलाओं के खिलाफ अपराध में 40 प्रतिशत मामले बलात्कार के थे. वहीं पति और उसके रिश्तेदारों द्वारा उत्पीड़न एवं दहेज को लेकर होने वाली मौतों का आंकड़ा 29-29 फीसदी रहा.
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आईपीसी से जुड़े 38.8 प्रतिशत अपराध दिल्ली में हुए. इसके बाद बेंगलुरु (8.9 प्रतिशत) और मुंबई सात प्रतिशत का नंबर आता है. दिल्ली में अपहरण के भी सर्वाधिक मामले दर्ज किये गए. वर्ष 2016 में राष्ट्रीय राजधानी में अपहरण के 5,453 (48.3 प्रतिशत), मुंबई में 1,876 (16.6 फीसदी) और बेंगलुरु में 879 (7.8 प्रतिशत) मामले दर्ज किये गए.
VIDEO: मुकाबला : क्यों नहीं रुक रहे महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध? (इनपुट भाषा से)
बीस लाख से अधिक की आबादी वाले 19 प्रमुख शहरों में पिछले साल महिलाओं के खिलाफ कुल 41,761 मामले दर्ज किये गए. इनमें से 33 प्रतिशत यानी 13,803 मामले अकेले दिल्ली में सामने आए. इसके बाद मुंबई का नंबर आता है, जहां महिलाओं के खिलाफ करीब 12.3 फीसदी (5,128) मामले दर्ज किये गए.
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