नई दिल्ली:
अलग तेलंगाना राज्य के गठन की जोरदार वकालत करते हुए राकांपा प्रमुख शरद पवार ने गुरुवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से कहा कि इस मामले में विलंब मददगार नहीं होगा।
राकांपा प्रमुख ने आज कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री के समक्ष इस मुद्दे को उठाया। राकांपा संप्रग का पहला घटक दल है जिसने तेलंगाना पर शीघ्र फैसले का खुले तौर पर समर्थन किया है और इस संबंध में शीघ्र संप्रग की बैठक होने की उम्मीद कर रहा है।
संवाददाताओं से बातचीत में पवार ने जोर दिया कि कांग्रेस ‘‘आम तौर पर तेलंगाना समर्थक’ है।
पवार ने कहा, ‘‘सवाल (अलग राज्य का गठन) समय की बात है। हम यथाशीघ्र तेलंगाना का गठन चाहते हैं। इसमें विलंब हमारे लिए मददगार नहीं होगा।’’ केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी लंबे समय से अलग तेलंगाना राज्य का समर्थक है और उसने कुछ साल पहले टीआरएस प्रमुख के चंद्रशेखर राव के साथ रैली भी की थी।
पवार ने कहा कि अगर विदर्भ क्षेत्र भी एक अलग राज्य बन जाता है तो राकांपा को कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘हम राह में नहीं आएंगे।’’
राकांपा प्रमुख ने आज कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री के समक्ष इस मुद्दे को उठाया। राकांपा संप्रग का पहला घटक दल है जिसने तेलंगाना पर शीघ्र फैसले का खुले तौर पर समर्थन किया है और इस संबंध में शीघ्र संप्रग की बैठक होने की उम्मीद कर रहा है।
संवाददाताओं से बातचीत में पवार ने जोर दिया कि कांग्रेस ‘‘आम तौर पर तेलंगाना समर्थक’ है।
पवार ने कहा, ‘‘सवाल (अलग राज्य का गठन) समय की बात है। हम यथाशीघ्र तेलंगाना का गठन चाहते हैं। इसमें विलंब हमारे लिए मददगार नहीं होगा।’’ केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी लंबे समय से अलग तेलंगाना राज्य का समर्थक है और उसने कुछ साल पहले टीआरएस प्रमुख के चंद्रशेखर राव के साथ रैली भी की थी।
पवार ने कहा कि अगर विदर्भ क्षेत्र भी एक अलग राज्य बन जाता है तो राकांपा को कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘हम राह में नहीं आएंगे।’’
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