एनसीपी के मुख्य प्रवक्ता नवाब मलिक ने शुक्रवार को कहा कि यदि बीजेपी और शिवसेना महाराष्ट्र में सरकार बनाने में विफल रहती हैं तो उनकी पार्टी विकल्प देने का प्रयास करेगी. इससे पहले एनसीपी के ही वरिष्ठ नेता अजीत पवार कह चुके हैं कि पार्टी कांग्रेस के साथ विपक्ष में बैठेगी. मलिक ने बीजेपी नेता और मंत्री सुधीर मुनगंटीवार पर उनके इस बयान को लेकर प्रहार किया कि यदि महाराष्ट्र में सात नवंबर तक नयी सरकार नहीं बनती है तो फिर राज्य में राष्ट्रपति शासन लग सकता है. उन्होंने कहा, ‘‘यह कुछ धमकी जैसा लगता है. लोगों ने भाजपा और शिवसेना से सरकार बनाने को कहा है. यदि वे सदन के पटल पर ऐसा करने में विफल रहती हैं तो हम विकल्प देने का प्रयास करेंगे. ''
वैसे एनसीपी नेता ने इसका कोई ब्योरा नहीं दिया. भाजपा और शिवसेना ने गठबंधन में 21 अक्टूबर का विधानसभा चुनाव लड़ा था लेकिन अब मुख्यमंत्री के पद को दोनों के बीच ठन गयी है. शिवसेना चाहती है कि मुख्यमंत्री का पद ढाई साल उसके पास और ढाई साल भाजपा के पास रहे लेकिन भाजपा इस पर राजी नहीं है. बीजेपी ने चुनाव में 105 सीटें जीती हैं जबकि शिवसेना महज 56 सीटें जीत कर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है. दूसरी तरफ एनसीपी और कांग्रेस ने क्रमश: 54 और 44 सीटें जीती हैं. विधानसभा में सदस्यों की संख्या 288 है और बहुमत के लिए 145 जरूरी है.
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