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This Article is From May 11, 2019

पकड़ी गई स्यूडोएफीड्रीन ड्रग की भारत में अब तक की सबसे बड़ी खेप, साउथ के ड्रग माफिया समेत 4 गिरफ्तार

बेंगलुरु और हैदराबाद से 2 जगहों पर छापा मारकर करीब 500 किलो पार्टी ड्रग केटामाइन बरामद किया गया. इसकी तस्करी तबले ,हार्मोनियम और गिटार के अंदर रख कर की जाती थी.

पकड़ी गई स्यूडोएफीड्रीन ड्रग की भारत में अब तक की सबसे बड़ी खेप, साउथ के ड्रग माफिया समेत 4 गिरफ्तार
देश में स्यूडोएफीड्रीन ड्रग बनाने के लिए 2 बड़ी फैक्ट्रियां है.
Quick Reads
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
ग्रेटर नोएडा, बेंगलुरू और हैदराबाद में हुई छापेमारी
500 करोड़ है जब्त किए गए ड्रग्स की कीमत
स्यूडोएफीड्रीन ड्रग का दवाएं बनाने में होता है इस्तेमाल
नई दिल्ली:

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा से पार्टी ड्रग्स स्यूडोएफीड्रीन की अब तक कि भारत की सबसे बड़ी खेप पकड़ी है.  इस खेप के साथ में 3 विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है. बताया जा रहा है कि पिछले 3 सालों में स्यूडोएफीड्रीन की दुनिया में पकड़ी गई ये सबसे बड़ी खेप है.  ग्रेटर नोएडा के एक घर में जब नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने छापेमारी की तो इतने बड़े पैमाने पर स्यूडोएफीड्रीन मिला कि एनसीबी के अधिकारियों के भी होश उड़ गए. घर से 1818 किलो स्यूडोएफीड्रीन और करीब 2 किलो कोकीन बरामद किया गया. इसके अलावा कई केमिकल मिलाकर बनी नकली हेरोइन भी मिली. अधिकारियों के मुताबिक स्यूडोएफीड्रीन की भारत में अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी है. 

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दरअसल  9 मई को दिल्ली के आईजीआई पर सीआईएसएफ ने 24 किलो स्यूडोएफीड्रीन के साथ एक अफ्रीकी मूल की महिला को गिरफ्तार किया था. उसकी निशानदेही पर ही ग्रेटर नोएडा में इस पार्टी ड्रग्स के जखीरे का पता चला. अधिकारियों ने ग्रेटर नोएडा के घर से एक नाइजीरियन महिला और पुरुष को भी गिरफ्तार किया है, जो ये कारोबार कर रहे थे.  उन्होंने घर किराये पर ले रखा था. 

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नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के डायरेक्टर जनरल अभय ने कहा कि 1818 किलो स्यूडोएफीड्रीन एक बहुत बड़ा अमाउंट है. हिन्दुस्तान में इसकी एक लेजिस्टिमेट इंडस्ट्री है. एनसीबी के मुताबिक स्यूडोएफीड्रीन एक केमिकल है, जिसका प्रयोग दवाएं बनाने के लिए होता है. नशे की दुनिया में इसे याबा,आईस और क्रिस्टल मैथ कहते हैं.  पूरे देश में इसे बनाने के लिए 2 बड़ी फैक्ट्रियां है. माना जा रहा है कि ये ड्रग्स यहीं से निकला है. इस ड्रग्स की तस्करी ज्यादातर अफ्रीकी देशों में हो रही है. 

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वहीं एक दूसरे ऑपेरशन में एनसीबी ने बेंगलुरु और हैदराबाद से 2 जगहों पर छापा मारकर करीब 500 किलो पार्टी ड्रग केटामाइन बरामद किया. यहां बाकायदा 2 प्रयोगशालाएं भी मिली हैं, जहां ड्रग्स की जांच और बनाने का काम होता था. इसकी तस्करी तबले ,हार्मोनियम और गिटार के अंदर रख कर की जाती थी. इस मामले में दक्षिणी भारत के सबसे बड़े ड्रग्स माफिया शिवराज ऊर्ज को गिरफ्तार किया गया, जिसका कारोबार ऑस्ट्रेलिया तक फैला है.

एनसीबी के डिप्टी डायरेक्टर जनरल राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि उस लेबोरेटरी से हमें बहुत सारा सामान मिला. इसमें नोट गिनने की मशीन है.  बता दें  इन दोनों मामलों में बरामद ड्रग्स की कीमत 500 करोड़ से ज्यादा की बताई जा रही है. 

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