मार्शल अर्जन सिंह (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में रविवार को राष्ट्र ने भारतीय वायु सेना के मार्शल तथा 1965 के भारत-पाक युद्ध के नायक अर्जन सिंह को श्रद्धांजलि दी. अर्जन सिंह वायुसेना के एकमात्र अधिकारी थे जिन्हें फाइव स्टार रैंक प्रदान किया गया था. अपनी एक दिवसीय गुजरात यात्रा से लौटने के बाद मोदी सीधा राष्ट्रीय राजधानी में सिंह के आवास पर पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि दी. मोदी ने सिंह के आवास पर संवेदना पुस्तिका में गुजराती में लिखा, ‘‘बहादुर सैनिक को मेरी श्रद्धांजलि जिनमें योद्धा का शौर्य और शिष्टाचार था. उनका जीवन भारत माता को समर्पित था.’’ रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सिंह का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा और अगर मौसम ने साथ दिया तो सेना का विमान उन्हें फ्लाई पास्ट देगा. उन्होंने कहा कि सिंह ने भारतीय वायु सेना का कायाकल्प दुनिया की अग्रणी वायु सेना में करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
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सीतारमण ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी के नारायणा के निकट बरार स्क्वायर पर सुबह साढ़े नौ बजे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार होगा. तीनों सेनाओं के प्रमुख और सरकार के कई शीर्ष पदाधिकारियों के सिंह के अंतिम संस्कार के दौरान उपस्थित रहने की उम्मीद है. इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 7, कौटिल्य मार्ग स्थित सिंह के आवास पर पहुंचे. राष्ट्रपति सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर भी हैं.
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तीनों सेनाओं के प्रमुख- एयर चीफ मार्शल बिरेन्द्र सिंह धनोआ, नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लाम्बा और थलसेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत के साथ आवास एवं शहरी विकास राज्य मंत्री हरदीप पुरी भी वहां मौजूद थे. श्रद्धांजलि देने पहुंचे अन्य गणमान्य लोगों में केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली, विदेश राज्य मंत्री और पूर्व थलसेना प्रमुख वी के सिंह, पूर्व रक्षा मंत्री ए के एंटनी और कांग्रेस नेता कर्ण सिंह भी शामिल थे. एस पी त्यागी, एन सी सूरी और ए वाई टिपनिस जैसे पूर्व वायुसेना अध्यक्षों के साथ ही कई अन्य सम्मानित अधिकारियों ने भी अर्जन सिंह को श्रद्धांजलि दी जिन्होंने 1965 के युद्ध में उनके तहत काम किया था.
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थलसेना प्रमुख जनरल रावत ने फाइव स्टार रैंक वाले अधिकारी को लीजेंड बताया जिन्होंने आगे बढ़कर नेतृत्व किया और जो परोपकारी थे. उन्होंने 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान वायुसेना प्रमुख के रूप में उनके योगदान का भी जिक्र किया. वायुसेना प्रमुख धनोआ ने संवाददाताओं से कहा कि यह श्रेय उन्हीं को है कि शुरुआती झटकों के बाद भी हम दुश्मन को परास्त करने में सफल रहे और जम्मू कश्मीर को अलग करने के उनके इरादों को नाकाम कर दिया. अर्जन सिंह की पुत्री आशा सिंह और उनकी भतीजी और अभिनेत्री मंदिरा बेदी सहित परिवार के अन्य सदस्य भी उनके निवास पर मौजूद थे, जहां उनका पार्थिव शरीर रखा गया है. उनके पुत्र अरविंद सिंह के रविवार देर शाम तक एरिजोना, अमेरिका से यहां पहुंचने की संभावना है. उनके सम्मान में सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सभी सरकारी इमारतों में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुके रहेंगे.
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रक्षा मंत्री सीतारमण ने संवाददाताओं से कहा कि सिंह का अंतिम संस्कार कल राजकीय सम्मान के साथ बरार स्क्वेयर पर प्रातः 9 बजकर 30 मिनट पर किया जाएगा. उन्होंने कहा कि उनके पार्थिव शरीर को उनके निवास स्थान से सोमवार प्रातः 8 बजकर 30 मिनट पर सैन्य वाहन में जुलूस के रूप में ले जाया जाएगा. अर्जन सिंह के परिवार ने अंत्येष्टि के लिये एक धार्मिक संस्कार की योजना बनाई है. अर्जन सिंह इकलौते वायु सेना अधिकारी थे जिन्हें ‘फाइव स्टार रैंक’ दिया गया था. उनका 98 वर्ष की उम्र में शनिवार को निधन हो गया.
VIDEO: नहीं रहे वायुसेना के मार्शल अर्जन सिंह
(इनपुट भाषा से...)
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सीतारमण ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी के नारायणा के निकट बरार स्क्वायर पर सुबह साढ़े नौ बजे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार होगा. तीनों सेनाओं के प्रमुख और सरकार के कई शीर्ष पदाधिकारियों के सिंह के अंतिम संस्कार के दौरान उपस्थित रहने की उम्मीद है. इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 7, कौटिल्य मार्ग स्थित सिंह के आवास पर पहुंचे. राष्ट्रपति सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर भी हैं.
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तीनों सेनाओं के प्रमुख- एयर चीफ मार्शल बिरेन्द्र सिंह धनोआ, नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लाम्बा और थलसेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत के साथ आवास एवं शहरी विकास राज्य मंत्री हरदीप पुरी भी वहां मौजूद थे. श्रद्धांजलि देने पहुंचे अन्य गणमान्य लोगों में केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली, विदेश राज्य मंत्री और पूर्व थलसेना प्रमुख वी के सिंह, पूर्व रक्षा मंत्री ए के एंटनी और कांग्रेस नेता कर्ण सिंह भी शामिल थे. एस पी त्यागी, एन सी सूरी और ए वाई टिपनिस जैसे पूर्व वायुसेना अध्यक्षों के साथ ही कई अन्य सम्मानित अधिकारियों ने भी अर्जन सिंह को श्रद्धांजलि दी जिन्होंने 1965 के युद्ध में उनके तहत काम किया था.
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थलसेना प्रमुख जनरल रावत ने फाइव स्टार रैंक वाले अधिकारी को लीजेंड बताया जिन्होंने आगे बढ़कर नेतृत्व किया और जो परोपकारी थे. उन्होंने 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान वायुसेना प्रमुख के रूप में उनके योगदान का भी जिक्र किया. वायुसेना प्रमुख धनोआ ने संवाददाताओं से कहा कि यह श्रेय उन्हीं को है कि शुरुआती झटकों के बाद भी हम दुश्मन को परास्त करने में सफल रहे और जम्मू कश्मीर को अलग करने के उनके इरादों को नाकाम कर दिया. अर्जन सिंह की पुत्री आशा सिंह और उनकी भतीजी और अभिनेत्री मंदिरा बेदी सहित परिवार के अन्य सदस्य भी उनके निवास पर मौजूद थे, जहां उनका पार्थिव शरीर रखा गया है. उनके पुत्र अरविंद सिंह के रविवार देर शाम तक एरिजोना, अमेरिका से यहां पहुंचने की संभावना है. उनके सम्मान में सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सभी सरकारी इमारतों में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुके रहेंगे.
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रक्षा मंत्री सीतारमण ने संवाददाताओं से कहा कि सिंह का अंतिम संस्कार कल राजकीय सम्मान के साथ बरार स्क्वेयर पर प्रातः 9 बजकर 30 मिनट पर किया जाएगा. उन्होंने कहा कि उनके पार्थिव शरीर को उनके निवास स्थान से सोमवार प्रातः 8 बजकर 30 मिनट पर सैन्य वाहन में जुलूस के रूप में ले जाया जाएगा. अर्जन सिंह के परिवार ने अंत्येष्टि के लिये एक धार्मिक संस्कार की योजना बनाई है. अर्जन सिंह इकलौते वायु सेना अधिकारी थे जिन्हें ‘फाइव स्टार रैंक’ दिया गया था. उनका 98 वर्ष की उम्र में शनिवार को निधन हो गया.
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(इनपुट भाषा से...)
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