भारत के भावी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बांग्लादेश के साथ तीस्ता जल बंटवारा समझौते पर हस्ताक्षर कर सकते हैं। मोदी से पूर्व मनमोहन सिंह इस समझौते पर हस्ताक्षर करना चाहते थे, लेकिन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के विरोध के कारण यह समझौता नहीं हो पाया था।
बांग्लादेशी समाचार वेबसाइट बीडीन्यूज24 डॉट काम के नई दिल्ली संवाददाता ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक वरिष्ठ नेता के हवाले से बताया, "शपथ ग्रहण समारोह में दक्षिण एशियाई देशों के सर्वोच्च नेताओं को आमंत्रण भेजने को लेकर मोदी बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय के संपर्क में रहे हैं। उन्होंने कम से कम समय में तीस्ता जल बंटवारा समझौते को आगे ले जाने का उपाय ढूंढने के लिए भी बात की है।"
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पिछले सप्ताह मोदी को लोकसभा में उनकी ऐतिहासिक जीत के लिए बधाई देने के दौरान तीस्ता नदी जल बंटवारा समझौते के लिए ढाका के इच्छुक होने का मुद्दा भी उठाया था।
मोदी ने भी हसीना को आश्वासन दिया था कि वह बांग्लादेश के साथ मजबूत द्विपक्षीय संबंधों के लिए वह अर्थपूर्ण और ठोस कदम उठाएंगे।
बीडीन्यूज24 डॉट कॉम के अनुसार, तीस्ता जल बंटवारा समझौता भारत के पड़ोसी राष्ट्रों के साथ व्यापार और सौहार्दपूर्ण संबंधों की दृष्टि से मोदी का पहला कदम हो सकता है, जिससे उनकी छवि मजबूत और निर्णायक नेता के रूप में उभर सकती है।
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