प्रतीकात्मक फोटो
मुंबई:
मुम्बई महानगरपालिका की माध्यमिक स्कूलों में अगले शैक्षणिक वर्ष से सेक्स एजुकेशन शुरू होने जा रहा है। BMC के शिक्षा विभाग से पूछे गए एक सवाल के जवाब में यह सूचना दी गई है।
शिवसेना के पार्षद की पहल
शिवसेना पार्षद शीतल पाटिल-म्हात्रे ने शिक्षा विभाग पर इस कार्यक्रम के लिए दबाव बनाया था। NDTV इण्डिया से बात करते हुए पार्षद शीतल पाटिल-म्हात्रे ने कहा कि, कम उम्र की बच्चियों में बढ़ती गर्भपात की घटनाओं से चिंतित होकर उन्होंने इस प्रशिक्षण के लिए दबाव बनाया। जवानी की दहलीज पर कदम रखते छात्रों के लिए यह प्रशिक्षण सही उम्र में दिया जाना बहुत जरूरी है।
छठवीं से दसवीं तक के विद्यार्थियों को पढ़ाया जाएगा
BMC के शिक्षा विभाग ने ऐलान किया है कि, जून 2016 से शुरू होने वाले शैक्षणिक सत्र से शहर के 49 माध्यमिक BMC स्कूलों में सेक्स एजुकेशन की शिक्षा दी जाएगी। शुरुआत में यह प्रशिक्षण केवल नौंवी कक्षा में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के लिए होगा। इसे बाद में छठवीं से दसवीं तक की कक्षाओं में लागू किया जाएगा।
सेक्स एजुकेशन के पाठ्यक्रम में जननेंद्रियों की रचना, उपयोग और सुरक्षा के साथ लैंगिक अत्याचार को जानने और उसके प्रतिकार की बात भी सिखाई जाएगी। इसमें गर्भ धारणा और फैमिली प्लानिंग से भी बच्चों को अवगत कराया जाएगा।
पहले बीजेपी कर चुकी है विरोध
महाराष्ट्र की पिछली सरकार ने जब सेक्स एजुकेशन को पूरे राज्य में लागू करने की पहल की थी तब बीजेपी ने इसका विरोध किया था। लेकिन, BMC में बीजेपी इस मामले पर शिवसेना के साथ खड़ी दिख रही है। बीजेपी की पार्षद और BMC के शिक्षा विभाग की सदस्य राजश्री शिरवाडकर का मानना है कि, सेक्स एजुकेशन समय की जरूरत है और उसे लागू करना ही चाहिए।
शिवसेना के पार्षद की पहल
शिवसेना पार्षद शीतल पाटिल-म्हात्रे ने शिक्षा विभाग पर इस कार्यक्रम के लिए दबाव बनाया था। NDTV इण्डिया से बात करते हुए पार्षद शीतल पाटिल-म्हात्रे ने कहा कि, कम उम्र की बच्चियों में बढ़ती गर्भपात की घटनाओं से चिंतित होकर उन्होंने इस प्रशिक्षण के लिए दबाव बनाया। जवानी की दहलीज पर कदम रखते छात्रों के लिए यह प्रशिक्षण सही उम्र में दिया जाना बहुत जरूरी है।
छठवीं से दसवीं तक के विद्यार्थियों को पढ़ाया जाएगा
BMC के शिक्षा विभाग ने ऐलान किया है कि, जून 2016 से शुरू होने वाले शैक्षणिक सत्र से शहर के 49 माध्यमिक BMC स्कूलों में सेक्स एजुकेशन की शिक्षा दी जाएगी। शुरुआत में यह प्रशिक्षण केवल नौंवी कक्षा में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के लिए होगा। इसे बाद में छठवीं से दसवीं तक की कक्षाओं में लागू किया जाएगा।
सेक्स एजुकेशन के पाठ्यक्रम में जननेंद्रियों की रचना, उपयोग और सुरक्षा के साथ लैंगिक अत्याचार को जानने और उसके प्रतिकार की बात भी सिखाई जाएगी। इसमें गर्भ धारणा और फैमिली प्लानिंग से भी बच्चों को अवगत कराया जाएगा।
पहले बीजेपी कर चुकी है विरोध
महाराष्ट्र की पिछली सरकार ने जब सेक्स एजुकेशन को पूरे राज्य में लागू करने की पहल की थी तब बीजेपी ने इसका विरोध किया था। लेकिन, BMC में बीजेपी इस मामले पर शिवसेना के साथ खड़ी दिख रही है। बीजेपी की पार्षद और BMC के शिक्षा विभाग की सदस्य राजश्री शिरवाडकर का मानना है कि, सेक्स एजुकेशन समय की जरूरत है और उसे लागू करना ही चाहिए।
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