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This Article is From Jan 21, 2015

मुंबई : वेबसाइट के जरिये लाशों को अपनों तक पहुंचाएगी रेलवे पुलिस

मुंबई:

मुंबई में 1070 लाशें अपनों का इंतजार कर रही हैं, साल दर साल बढ़ रहे इन आकड़ों से परेशान होकर रेलवे पुलिस ने अब इनके घरवालों को खोजने का बीडा़ उठाया है।

इसके लिए एक खास वेबसाईट बनाई गई है। 'शोध' नाम की इस वेबसाईट में सभी की पूरी जानकारी दी गई है ताकि जिनके भी अपने लापता हैं वो उस वेबसाईट के जरिये पहचान कर सकें।

मुंबई को 20 जनवरी यानी मंगलवार का दिन बड़ा भारी पड़ा। अलग-अलग इलाकों में 17 लोगों की रेल से कटकर मौत हो गई और 8 लोग जख्मी हो गए। कल्याण के पास आसनगांव में तो एक साथ चार लोग रेल की चपेट में आ गए।

वैसे जीआरपी हो या आरपीएफ, लोगों को रेल पटरी पार करने के खतरे से अवगत कराते रहते हैं। पटरी पार करने वालों पर कार्रवाई भी होती है। लेकिन लोग हैं कि मानते ही नहीं, लिहाजा मौत का सिलसिला जारी है।

रेल पुलिस के मुताबिक रोजाना 10 के करीब यात्री रेल पटरी पार करते हुए मारे जाते हैं और इतने ही जख्मी भी होते हैं। लेकिन पुलिस के लिए इससे भी बड़ी चुनौती है मरने वालों की शिनाख्त कर शव उनके घरवालों को सौंपना।

रेलवे पुलिस आयुक्त रवींद्र कुमार सिंघल के मुताबिक पिछले साल हुई 3423 मौत मे से 1070 शवों की शिनाख्त नहीं हो पाई है।
इसकी वजह है दुर्घटना में शरीर का छतविछत हो जाना। उनके पास रखे पहचान पत्रों और मोबाईल का खो जाना या टूट जाना।
पुलिस ने अब इनके परिजनों को तलाशने के लिये सोशियल मीडिया का सहारा लिया है।

वेबसाईट और फेस बुक पेज बनाया है। उसमें अगर उपलब्ध हुआ तो मृतक का फोटो, उसके कपडों का टुकड़ा, शरीर पर की अन्य कोई पहचान के साथ दुर्घटना की तारिख और जगहं भी दी गई है। ताकि लोग अपनों की पहचान कर सकें। पुलिस के मुताबिक इसका फायदा भी मिलना शुरु हो गया है।

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