मध्य प्रदेश में चले रहे सियासी घमासान के बीच BJP के वरिष्ठ नेताओं की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के घर में बैठक चल रही है. इस बैठक में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर समेत अन्य भाजपा नेता शामिल हैं. बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं की यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब कहा जा रहा है कि कांग्रेस के कुछ विधायक बेंगलुरू कूच कर गए हैं. ये विधायक ज्योतिरादित्य सिंधिया के कैंप के बताए जा रहे हैं. इस बीच, मंगलवार को भोपाल में बीजेपी विधायक दल की बैठक होनी है. कहा जा रहा है कि शिवराज सिंह चौहान को इस बैठक में विधायक दल का नेता चुना जा सकता है.
इस बीच, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बयान में कहा, "मैं उन ताकतों को नहीं कामयाब होने दूंगा जो माफियाओं की मदद से अस्थिरता फैला रहे हैं. मेरी सबसे बड़ी ताकत मध्य प्रदेश की जनता का प्यार और भरोसा है. मैं उन ताकतों को सफल नहीं होने दूंगा जो सरकार में अस्थिरता पैदा कर रही हैं. ऐसी सरकार जिसे मध्य प्रदेश की जनता ने बनाया है. इससे पहले, मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव एस.आर. मोहंती मुख्यमंत्री कमलनाथ के घर पहुंचे. मुख्यमंत्री ने कैबिनेट की बैठक बुलाई है. कांग्रेस के कुछ विधायकों के बेंगलुरू चले जाने की खबरें आने के बाद यह बैठक बुलाई गई हैं. इन विधायकों की संख्या 15 से 17 बताई जा रही है जिनमें से ज्यादातर विधायक ज्योतिरादित्य सिंधिया के खेमे से हैं.
सूत्रों के अनुसार, मध्यप्रदेश कांग्रेस के 6 मंत्रियों समेत 17 विधायक, जो पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक बताए जाते हैं, वो एक चार्टर्ड विमान से कर्नाटक के बेंगलुरू चले गए हैं. ज्योतिरादित्य सिंधिया फिलहाल दिल्ली में हैं. सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस एक समझौते पर बातचीत करने की कोशिश कर रही है, लेकिन फिलहाल कोई समाधान होता नजर नहीं आ रहा. सोमवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी सीएम कमलनाथ के घर पहुंचे. बता दें कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने रविवार को पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात भी की थी.
कुछ दिन पहले भी, निर्दलीय विधायकों समेत करीब 10 विधायक गुरुग्राम के एक होटल में पहुंचे थे. इसमें कांग्रेस के विधायक भी शामिल थे. कांग्रेस ने बीजेपी पर कमलनाथ सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाया था. वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा था कि कांग्रेस विधायकों को शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी नेताओं द्वारा खुलेआम 25-35 करोड़ रुपये तक ऑफर किए जा रहे हैं. हालांकि, बीजेपी ने मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार को गिराने की कोशिशों के आरोपों को खारिज किया था. बीजेपी के नेता नरोत्तम मिश्रा ने कहा था कि यह सरकार खुद ब खुद गिर जाएगी, बीजेपी को उसे गिराने की जरूरत नहीं है.
वीडियो:खत्म होता नजर नहीं आ रहा है कमलनाथ सरकार पर छाया संकट
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