सामान्य रहेगा मानसून, जानें कहां होगी कितनी बारिश, आईएमडी ने जारी किया पूर्वानुमान

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को बताया कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के उत्तर और दक्षिण भारत में सामान्य, मध्य भारत में सामान्य से अधिक और पूर्व तथा पूर्वोत्तर भारत में सामान्य से कम रहने का अनुमान है.

सामान्य रहेगा मानसून, जानें कहां होगी कितनी बारिश, आईएमडी ने जारी किया पूर्वानुमान

इस साल सामान्य रहेगा मानसून.(प्रतीकात्मक तस्वीर)

नई दिल्ली:

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को बताया कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के उत्तर और दक्षिण भारत में सामान्य, मध्य भारत में सामान्य से अधिक और पूर्व तथा पूर्वोत्तर भारत में सामान्य से कम रहने का अनुमान है. दक्षिण पश्चिम मॉनसून 2021 के लिए अपना दूसरा दीर्घावधि पूर्वानुमान जारी करते हुए आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि देश में जून में मॉनसून सामान्य रहने का पूर्वानुमान है जो बुवाई का भी मौसम होता है.

मॉनसून इस साल सामान्य रहेगा और जून से सितम्बर 2021-22 के बीच इस बार पिछले दस साल के औसत के मुकाबले 101% तक बारिश होने का पूर्वानुमान है. कोरोना संकट के दौरान कमजोर पड़ती अर्थव्यवस्था के इस दौर में करोड़ों किसानों और भारत सरकार के लिए ये राहत की खबर है. 16 अप्रैल 2021 को जारी मानसून के पहले पूर्वानुमान में मौसम विभाग ने औसत का 98% बारिश का पूर्वानुमान जारी किया था. डॉ. एम मोहपात्रा ने कहा, "धीरे-धीरे परिस्थितियां अनुकूल हो रही हैं और शायद तीन जून के आसपास मानसून केरल कोस्ट के पास पहुंच सकता है.

कोरोना की दूसरी लहर के दौरान अर्थव्यवस्था में  -7.3% की बड़ी गिरावट के दौरान कृषि और इससे जुड़े सेक्टरों में 3.6% की ग्रोथ दर्ज की गयी थी. मौसम विभाग का पूर्वानुमान इशारा करता है की कोरोना की दूसरी लहर के दौरान भी फूड प्रोडक्शन अच्छा रहने की उम्मीद है और ग्रामीण भारत की अर्थव्यवस्था की हालत इस साल भी बेहतर रहेगी.

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उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर इस साल पूरे देश में मॉनसून के सामान्य रहने की संभावना है. महापात्र ने ऑनलाइन ब्रीफिंग में कहा, ‘‘हम अच्छे मॉनसून की उम्मीद कर रहे हैं जिससे कृषि क्षेत्र को मदद मिलेगी.'' उन्होंने कहा, ‘‘मात्रात्मक रूप से, देश में मॉनसून की बारिश के दीर्घावधि औसत (एलपीए) का 101 प्रतिशत रहने की संभावना है. जिसमें चार प्रतिशत कम या ज्यादा की आदर्श त्रुटि हो सकती है.''एलपीए के 96 से 104 प्रतिशत के दायरे में मॉनसून को सामान्य माना जाता है.

वर्ष 1961-2010 अवधि के लिए पूरे देश में मॉनसून की बारिश का एलपीए 88 सेंटीमीटर है. आईएमडी ने दक्षिण पश्चिम मॉनसून 2021 के लिए पहले दीर्घावधि पूर्वानुमान में एलपीए की 98 प्रतिशत बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया था जो सामान्य श्रेणी में आता है. लेकिन अब उसने अपने पूर्वानुमान को एलपीए का 101 प्रतिशत कर दिया है जो सामान्य श्रेणी में उच्च स्तर की ओर है.

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महापात्र ने कहा कि 40 प्रतिशत संभावना सामान्य बारिश की है, 22 प्रतिशत संभावना सामान्य से अधिक वर्षा की है, 12 प्रतिशत संभावना अत्यधिक बारिश होने की है तथा 18 प्रतिशत संभावना सामान्य से कम वर्षा की है.

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(भाषा इनपुट के साथ)



(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)